लाधना डैम में जिला प्रशासन के द्वारा बाढ़ राहत एवं अन्य प्राकृतिक आपदाओं लेकर उपायुक्त सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, जामताड़ा शशि भूषण मेहरा के नेतृत्व में मॉक एक्सरसाइज का हुआ आयोजन
◼️ *नव वर्ष को लेकर भी लाधना डैम सहित नदी एवं जलाशयों के किनारे बड़ी संख्या में लोग पिकनिक करने आते हैं ऐसे में पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर भी मॉक अभ्यास अहम*
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए)और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के निर्देशानुसार आज दिनांक 21.12.2023 को जामताड़ा जिला अंतर्गत लाधना डैम में जिला प्रशासन के द्वारा बाढ़ राहत एवं अन्य प्राकृतिक आपदाओं लेकर उपायुक्त सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, जामताड़ा श्री शशि भूषण मेहरा (भा०प्र०से०) के नेतृत्व में मॉक एक्सरसाइज का आयोजन किया गया।
*अगर तैरना नहीं आता है, तो नदी में जाने, स्नान करने आदि से बचें, कृपया सुरक्षित रहें – उपायुक्त*
इस मौके पर उपायुक्त श्री शशि भूषण मेहरा (भा०प्र०से०) ने कहा कि यह एक मॉक अभ्यास है, जिसका आयोजन आज लाधना डैम में सफलतापूर्वक किया गया। उन्होंने मॉक अभ्यास में शामिल विभिन्न विभागों सहित उनकी पूरी टीम को शुभकामनाएं दीं। उपायुक्त ने आगे कहा कि डैम या नदी के किनारे रहने वाले लोगों को बाढ़ एवं अन्य प्राकृतिक आपदाओं में किसी अनहोनी की स्थिति में कैसे सुरक्षित बचाया जाए, उनकी जान माल की रक्षा हो सके, इसके लिए आज लोगों को जागरूक किया गया है, वहीं टीम ने मॉक एक्सरसाइज कर आपदा के समय में राहत व बचाव कार्य का अभ्यास किया। उन्होंने कहा कि आगे नव वर्ष को लेकर भी लाधना डैम सहित नदी एवं जलाशयों के किनारे बड़ी संख्या में लोग पिकनिक करने आते हैं ऐसे में पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए भी यह अभ्यास काफी अहम है। वहीं उन्होंने अपील करते हुए कहा नदी, जलाशयों आदि के किनारे में सावधानी से जाएं, अगर आपको तैरना नहीं आता है तो नदी में गहरे पानी में जाने से बचें, साथ ही किसी प्रकार की आपदा की स्थिति में जिला प्रशासन को सूचना दें ताकि ससमय लोगों की जान बचाई जा सके।
*राहत व बचाव टीम ने किया मॉक अभ्यास, बचाई जान*
इस दौरान राहत व बचाव टीम, अग्निशमन विभाग, जिला पुलिस बल, मेडिकल टीम आदि के द्वारा आपदा की स्थिति लोगों की जान कैसे बचाया जाए, इसका मॉक अभ्यास किया गया। राहत व बचाव टीम ने डैम जल क्षेत्र में जाकर डूबते हुए लोगों को बचाने हेतु उन तक पहुंचते हैं, संसाधन एवं टीम की मदद से उन्हें बोट पर लाते हैं, इसके पश्चात उन्हें अस्थाई रूप से बनाए गए मेडिकल कैंप में तत्काल प्राथमिक उपचार किया जाता है एवं बेहतर उपचार हेतु ऑक्सीजन, आवश्यक दवाओं, प्रशिक्षित मेडिकल टीम के साथ सुससज्जित एंबुलेंस के जरिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में लेकर जाया जाता है। इस प्रकार मॉक अभ्यास के दौरान इन व्यवस्थाओं को लेकर अभ्यास किया गया।
*इनकी रही उपस्थिति*
इस अवसर पर अपर समाहर्ता श्री सुरेन्द्र कुमार, सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद, जिला नजारत उप समाहर्ता श्री अबिश्वर मुर्मू, प्रभारी अग्निशमन कार्यालय श्री सुधीर कुमार सिंह सहित अन्य संबंधित उपस्थित थे।