उत्तरकाशी. उत्तराखंड के उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनाई जा रही सिलक्यारा टनल में हुए भूस्खलन को चार दिन बीत चुके हैं. भूस्खलन के बाद से 40 मजदूर टनल में फंसे हुए हैं. जिन्हें निकालने के काम जारी है. मजदूरों को सुरंग में फंसे हुए 96 घंटे से ज्यादा का वक्त हो गया है. लेकिन अभी तक किसी भी मजदूर को बाहर नहीं निकाला जा सका है. हालांकि तकनीकी विशेषज्ञ कह रहे हैं कि आज (गुरुवार) को मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा. क्योंकि, रेस्क्यू ऑपरेशन में आज से एडवांस तकनीकी की अमेरिकन मशीन को लगाया गया है.
बता दें कि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग में दिवाली के दिन (रविवार) सुबह करीब साढ़ें पांच बजे भूस्खलन हो गया था. जिसमें 40 मजदूर फंस गए थे. उसके बाद मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. लेकिन लगातार गिर रही टनल की मिट्टी की वजह से मजदूरों को अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका.
मजदूरों को टनल से बाहर निकालने के लिए तमाम मशीनों को लगयाा गया है लेकिन अभी तक मजदूरों को बाहर नहीं निकाला जा सका. अब सिलक्यारा टनल साइट पर नई जैक एंड पुश अर्थ ऑगर मशीन को इंस्टॉल किया गया है. मशीन के इंस्टॉलेशन का काम पूरा कर लिया गया है. जल्द ही सुरंग में ड्रिलिंग शुरू की जाएगी. राहत एवं बचाव मिशन के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल का कहना है कि अमेरिका में बनी जैक एंड पुश अर्थ ऑगर मशीन पुरानी मशीन से काफी एडवांस है, इस मशीन से काफी स्पीड में काम होता है.
राहत एवं बचाव ऑपरेशन में अब मिलिट्री ऑपरेशन की टीम भी शामिल की गई है. इसके साथ ही वायुसेना, थल सेना को भी बचाव अभियान में लगाया गया है. बता दें कि मंगलवार रात रेस्क्यू आपरेशन के दौरान ऑगर मशीन में तकनीक खराबी आ गई थी. उसके बाद बुधवार को नई दिल्ली से नई मशीन मंगवाई गई. वायुसेना के दो हरक्यूलिस विमान चिन्यालीसौड़ एयरपोर्ट पर मशीन के पार्ट्स लेकर पहुंचे. उसके बाद देर रात मशीन के आखिरी व महत्वपूर्ण पार्ट को सिलक्यारा साइट पर पहुंचाया गया.