नवंबर को बिरसा मुंडा की 148वीं जयंती एवं राज्य का 23वां स्थापना दिवस सह जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी खूंटी पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। प्रशासन तैयारी जोरों पर चल रही है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लेकर 50 हजार क्षमता वाली भव्य पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। यहां प्रधानमंत्री आम जनता को संबोधित करेंगे। इसी संदर्भ में प्रशासनिक तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
इसके साथ ही जिला के उलिहातु गांव में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बिरसा ओड़ा में जाकर बिरसा की प्रतिमा को नमन करेंगे। प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन विशेष सतर्कता तक बरत रहा है। सुरक्षा को लेकर लगातार सघन छापेमारी की जा रही है। प्रत्येक बिंदुओं पर नजर रखी जा रही है। जिससे कार्यक्रम को सुचारू रूप से संपन्न कराया जा सके। प्रधानमंत्री के आगमन को खास बनाने के लिए जिला प्रशासन पूरी मूर्ति के साथ कार्यक्रम प्रबंधन की बारीकी से निरीक्षण में जुटा है।
प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर भारी संख्या में सुरक्षा बल के जवान खूंटी पहुंच रहे हैं। अलग-अलग आईपीएस अधिकारियों के निर्देश पर कई दंडाधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इसके लिए अधिकारियों को आई कार्ड के साथ रहने का निर्देश दिया गया है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि साथ कार्य करें। जिस विधि व्यवस्था के साथ रुट लाइन की व्यवस्था बेहतर बनी रहे। सभा स्थल पर ग्रामीणों के प्रवेश व निकास के लिए अलग-अलग गेट होंगे।
सभा स्थल से दो किमी में बन रही है हेलीपैड
बिरसा मुंडा के जन्म दिवस पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खूंटी का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर शहर को चकाचक किया जा है। इसके साथ ही अनिगड़ा में नवीन हेलीपैड का निर्माण किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर लैंड करने के बाद सड़क मार्ग से काफी अधिक सुरक्षा में सभा स्थल तक पहुंचेंगे। जिसके लिए उक्त मार्ग में दोनों ओर बेरिकेड लगा दिया गया है। जिससे प्रधानमंत्री के आगमन समय किसी प्रकार की परेशानी ना हो। लगभग तैयारियां अंतिम दौर पर पहुंच चुकी है। सोमवार को हेलीकॉप्टर लैंडिंग और उड़ान का ट्रायल किया गया। मुख्य सड़क मार्ग में आकर्षक विद्युत सज्जा का कार्य किया जा रहा है। कार्यक्रम स्थल के आसपास सरकारी दफ्तरों को रंग रोगन की जा रही है। परिसदन के बाह्य दीवारों पर आकर्षक पेंटिंग के माध्यम से प्राकृतिक की विभिन्न छटाओं को दर्शाने का प्रयास किया गया है।