गढ़वा : बीते 29 अगस्त को जिले के कांडी प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत बलियारी पंचायत सचिवालय के प्रांगण में आमसभा का आयोजन किया गया था। जहां आंगनबाड़ी सेविका का चयन करने हेतु तिथि निर्धारित किया गया था। आमसभा के लिए कांडी प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार तिवारी व आंगनबाड़ी सुपरवाइजर संध्या देवी सभा स्थल पर एका-एक पहुंचे। जबकि किसी ग्रामीण व किसी भी जन प्रतिनिधि, मुखिया उप मुखिया या किसी वार्ड सद्स्य को भी सूचित नहीं किया गया था। सपष्ट है कि गलत व फर्जी तरीके से क्षेत्राधिकार के बाहर के लोगों व दुसरे गांव व टोले के लोगों को बुलाया गया था। ऐसे लोगों को आम सभा मे बुलाया गया था,
जो उनके खास लोग थे। जहां अपने चहेते अभ्यर्थी का चयन कर दिया गया, जो सरासर गलत है। इस सम्बंध में बलियारी पंचायत की मुखिया चंदा देवी ने 30 अगस्त को उप विकास आयुक्त को लिखित आवेदन दिया है। आवेदन दिए हुए लगभग एक सप्ताह बीत गया। इसके बावजूद भी तिथि निर्धारित नहीं कि गई। जबकि आवेदन में बताया गया है कि ग्रामीणों में काफ़ी रोष व्याप्त है। कभी भी मार-पीट होने व शांति भंग होने की प्रबल संभावना है। मुखिया चंदा देवी ने बताया की मुखिया पद की गरिमा को भी ध्यान में रखते हुए उपरोक्त वर्जित परिस्थिति से अवगत होते हुए पुनः मुखिया व वास्तविक ग्रामीण जनता को पहले सूचित कर ठीक तरीके से बिना पक्षपात के स्वतंत्र रूप से आमसभा आयोजन करने की तिथि निर्धारित की जाए।
जहां सभी जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति भी सुनिश्चित की जाए। उप विकास आयुक्त गढ़वा को दिए गए आवेदन में राजन दुबे, निवास कुमार दुबे, मनोज कुमार दूबे, पूनम देवी, सुमन देवी, सरिता देवी, बिंदू देवी, मुन्नी देवी, स्वीटी कुमारी, सोना देवी, नवल किशोर दुबे, सुनील चंद्रवंशी, बबिता देवी, रेणु देवी, रीमा देवी सहित चार दर्जन से अधिक ग्रामीणों का हस्ताक्षर अंकित है।