भारतीय रेड क्रॉस सोसाईटी, पूर्वी सिंहभूम लगातार युवा रक्तदाताओं से यह आग्रह करता है कि वे प्लेटलेट्स डोनेशन के क्षेत्र में आगे आयें ताकि वर्तमान समय डेंगू एवं अन्य बीमारियों के प्रभाव के कारण प्लेटलेट्स के जरूरतमंदों को समय पर यह प्राप्त हो। इस क्रम में लगातार रक्तदाता आगे आ रहे हैं, आज टाटा स्टील कर्मी राकेश कुमार सिंह ने अपना पहला एसडीपी (सिंगल डोनर प्लेटलेट्स) दान किया, उन्होने पहले चार बार नियमित रक्तदान किया है, इसी के साथ राजू पाण्डेय ने तीसरी बार प्लेटलेट का दान किया, उन्होने 2 बार नियमित रक्तदान भी किया है तथा बी. राकेश ने दूसरी बार एसडीपी का दान किया,
उन्होने चार बार नियमित रक्तदान भी किया है। रेड क्रॉस लगातार रक्तदाताओं के सम्पर्क में है ताकि अधिक से अधिक लोग प्लेटलेट्स देने में सफल हो सके और हर जरूरतमंद को समय पर यह प्राप्त हो सके। रेड क्रॉस के एसडीपी डोनेशन प्रभारी प्रभुनाथ सिंह ने पिछले 15 दिनों में 50 से अधिक लोगों को प्लेटलेट्स डोनेशन के लिए प्रेरित किया तथा दस नये प्लेटलेट्स डोनर इसे देने में सफल हुए। वैसे रक्तदाता जिनका प्लेटलेट्स काउंट 1.5 लाख से उपर होता है और स्वस्थ शारीरिक स्थिति होती है, वे प्लेटलेट्स डोनेशन के लिए आगे आ सकते हैं। रेड क्रॉस के प्लेटलेट्स डोनेशन प्रभारी प्रभुनाथ सिंह से 9234133921, श्याम कुमार से 9234749803 पर सम्पर्क किया जा सकता है। इस नम्बर से एसडीपी डोनेशन के लिए प्रयास किया जायेगा, जरूरतमंद को पहले आओ पहले पाओ की स्थिति में जमशेदपुर ब्लड सेन्टर से प्लेटलेट्स की आपूर्ति होगी। पारिवारिक सदस्यों द्वारा दिये गये प्लेटलेटस परिजन मरीज के लिए उपयोग में लिये जायेंगे।
एसडीपी ग्रुप स्पेसिफिक होते हैं, इसलिए जरूरत के समय मरीज के ग्रुप के डोनर की आवश्यकता होती है। चुकि प्लेटलेट्स की वैलिडीटी कम दिनों की होती है, इसलिए एसडीपी के रूप में इसे स्टोर नहीं किया जाता है, जरूरत के अनुसार ही इसका दान लिया जाता है।