Close Menu
Rashtra SamvadRashtra Samvad
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • होम
    • राष्ट्रीय
    • अन्तर्राष्ट्रीय
    • राज्यों से
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
      • ओड़िशा
    • संपादकीय
      • मेहमान का पन्ना
      • साहित्य
      • खबरीलाल
    • खेल
    • वीडियो
    • ईपेपर
      • दैनिक ई-पेपर
      • ई-मैगजीन
      • साप्ताहिक ई-पेपर
    Topics:
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Home » चांडिल : नारायण आईटीआई में गोस्वामी तुलसीदास जी की मनाई जयंती , संस्थापक ने सुनाई कथा
    Breaking News जमशेदपुर झारखंड धर्म

    चांडिल : नारायण आईटीआई में गोस्वामी तुलसीदास जी की मनाई जयंती , संस्थापक ने सुनाई कथा

    Devanand SinghBy Devanand SinghAugust 23, 2023No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link

     

     

    नारायण आईटीआई लुपुंगडीह चांडिल में गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती मनाई गई इस अवसर पर संस्थान के संस्थापक डॉक्टर जटाशंकर पांडे जी ने कहा कि कुछ काल राजापुर रहने के बाद वे पुन: काशी चले गये और वहाँ की जनता को राम-कथा सुनाने लगे। कथा के दौरान उन्हें एक दिन मनुष्य के वेष में एक प्रेत मिला, जिसने उन्हें हनुमान ‌जी का पता बतलाया। हनुमान ‌जी से मिलकर तुलसीदास ने उनसे श्रीरघुनाथजी का दर्शन कराने की प्रार्थना की। हनुमान्‌जी ने कहा- “तुम्हें चित्रकूट में रघुनाथजी दर्शन होंगें।” इस पर तुलसीदास जी चित्रकूट की ओर चल पड़े।चित्रकूट पहुँच कर उन्होंने रामघाट पर अपना आसन जमाया। एक दिन वे प्रदक्षिणा करने निकले ही थे कि यकायक मार्ग में उन्हें श्रीराम के दर्शन हुए।

     

     

    उन्होंने देखा कि दो बड़े ही सुन्दर राजकुमार घोड़ों पर सवार होकर धनुष-बाण लिये जा रहे हैं। तुलसीदास उन्हें देखकर आकर्षित तो हुए, परन्तु उन्हें पहचान न सके। तभी पीछे से हनुमान जी ने आकर जब उन्हें सारा भेद बताया तो वे पश्चाताप करने लगे। इस पर हनुमान जी ने उन्हें सात्वना दी और कहा प्रातःकाल फिर दर्शन होंगे।
    संवत्‌ 1607 की मौनी अमावस्या को बुधवार के दिन उनके सामने भगवान श्री राम जी पुनः प्रकट हुए। उन्होंने बालक रूप में आकर तुलसीदास से कहा-“बाबा! हमें चन्दन चाहिये क्या आप हमें चन्दन दे सकते हैं?

     

     

    ” हनुमान ‌जी ने सोचा, कहीं वे इस बार भी धोखा न खा जायें, इसलिये उन्होंने तोते का रूप धारण करके यह दोहा कहा:चित्रकूट के घाट पर, भइ सन्तन की भीर।
    तुलसिदास चन्दन घिसें, तिलक देत रघुबीर॥
    तुलसीदास भगवान श्री राम जी की उस अद्भुत छवि को निहार कर अपने शरीर की सुध-बुध ही भूल गये। अन्ततोगत्वा भगवान ने स्वयं अपने हाथ से चन्दन लेकर अपने तथा तुलसीदास जी के मस्तक पर लगाया और अन्तर्ध्यान हो गये। मुख्य रूप से उपस्थित एडवोकेट निखिल कुमार, शशि भूषण पांडे,शांति राम महतो, पवन कुमार महतो, देवकृष्णा महतो,गौरव महतो, आदि मौजूद थे

    Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Previous Articleउत्तराखंड में भारी बारिश के चलते नदियां पूरे उफान पर, जनजीवन अस्त-व्यस्त, 8 जिलों में Red Alert
    Next Article सीएम गहलोत बच्चों के साथ देखेंगे चंद्रयान 3 की लैंडिंग, दक्षिणी ध्रुव के करीब पहुंचने वाला पहला देश बनेगा भारत

    Related Posts

    मैं पैदल चलकर आप तक आय हूं: राहुल

    May 15, 2025

    हाईड्रोसालपिंक्स और 2 बार गर्भपात होने के बाद भी बनाये रखा हौसला, आयुर्वेदिक उपचार से माँ बनने का सपना हुआ सच – डॉ चंचल शर्मा

    May 15, 2025

    टेल्को रिक्रिएशन क्लब में झारखंड मार्शल आर्ट्स ट्रेनिंग सेंटर के द्वारा लगाए गए समर कैंप का दिनेश कुमार ने गुब्बारे उड़ा कर किया उद्घाटन

    May 15, 2025

    Comments are closed.

    अभी-अभी

    मैं पैदल चलकर आप तक आय हूं: राहुल

    हाईड्रोसालपिंक्स और 2 बार गर्भपात होने के बाद भी बनाये रखा हौसला, आयुर्वेदिक उपचार से माँ बनने का सपना हुआ सच – डॉ चंचल शर्मा

    टेल्को रिक्रिएशन क्लब में झारखंड मार्शल आर्ट्स ट्रेनिंग सेंटर के द्वारा लगाए गए समर कैंप का दिनेश कुमार ने गुब्बारे उड़ा कर किया उद्घाटन

    अभिनेत्री माधुरी दीक्षित का फैन पप्पू सरदार की अनोखी पहल तीन बच्चियों की कराई शादी

    विधायक संजीव सरदार ने की शिरकत, कहा – परंपरा और प्रकृति से जुड़ाव ही आदिवासी समाज की पहचान

    नए सीजेआई जस्टिस बी.आर. गवई के छोटे कार्यकाल की बड़ी चुनौतियां

    लावारिस मिलती नवजात बच्चियाँ: झाड़ियों से जीवन तक

    काबिलियत और अंक: दोनों में फर्क समझें

    राष्ट्र संवाद हेडलाइंस

    बिहार के दरभंगा में राहुल गांधी के कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं दी गई: कांग्रेस

    Facebook X (Twitter) Telegram WhatsApp
    © 2025 News Samvad. Designed by Cryptonix Labs .

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.