पटना ,बिहार:11 जून 1948 को बिहार मे जन्म लेने वाले एक शक्स जिसका नाम था लालू प्रसाद यादव. लालू यादव के जन्म के बाद किसी ने यह नहीं सोचा था कि 1 दिन या व्यक्ति देश की राजनीति का अहम हिस्सा बनेगा और गरीबों के मसीहा के नाम से चर्चित होगा. आज के ही दिन 1948 ईस्वी में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव का जन्म हुआ। 1977 में जेपी आंदोलन के बाद पहली बार लोकसभा चुनाव छपरा से लड़े और अपनी जीते दर्ज की. जहां से आगे बढ़ते बढ़ते वह 1990 में पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने। जिसके बाद से उन्हें गरीबों के मसीहा कहा जाने लगा. लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन मनाने के लिए पटना स्थित पार्टी मुख्यालय में रविवार को भव्य आयोजन किया जायेगा. पटना के वीरचंद पटेल पथ स्थित राजद कार्यालय और राबड़ी आवास के बाहर लालू समर्थकों का हुजूम सुबह से ही जमा होने लगा है । वहीं राज्य के सभी जिलों में पार्टी कार्यालयों में भी लालू का जन्मदिन मनाया जाएगा। हालांकि बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी अपने माता-पिता के जन्मदिन पर उन्हें सामाजिक न्याय का महानायक और भारत की राजनीति का पुरोधा बताया है। साथ ही सोशल मीडिया पर लिखा कि देश-विदेश में बिहार का नाम रोशन करने वाले मजबूत शख्सियत एवं व्यक्तित्व के धनी सामाजिक न्याय के पुरोधा आदरणीय लालू प्रसाद यादव जी को जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी मिशा भारती भी अपने पिता के जन्मदिन के सेलिब्रेशन की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है अपने पिता की जन्मदिन की बधाई देते हुए मिसा भारती ने लिखा है कि भगवान करे आपकी जिंदगी में आने वाले वर्ष कुछ ऐसे ही हो खुशी और आनंद से भरे रहें ।सबसे अच्छे पापा को जन्मदिन की ढेर सारी ढेर सारी शुभकामनाएं तस्वीरों में लालू प्रसाद यादव अपनी बेटी पत्नी राबड़ी देवी बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित अपनी बेटियों और नाती नातिन इयों के साथ केक काटते दिख रहे हैं । हालांकि लालू के परिवारिक सदस्यों ने सबसे पहले मध्य रात्रि में केक काटकर उनका जन्मदिन सेलिब्रेट किया लालू यादव ने अपनी बेटियों के बच्चों के संग देर रात तक।
आपको बताते चलें कि, राजद सुप्रीमो को खुद यह याद नहीं है कि उनका जन्मदिन है कब। सर्टिफिकेट पर 11 जून की तारीख लिखी है, इसलिए आज ही के दिन वो अपना बर्थडे मनाते हैं। लालू यादव ने एकबार अपनी मां से जन्म दिन के बारे में पूछा था, लेकिन उन्होंने कहा कि ‘हमरा नइखे याद कि तू अन्हरिया में जनमला कि अंजोरिया में’। खुद लालू प्रसाद कहते हैं कि मेरे सर्टिफिकेट में जो लिखा हुआ है, वह डेट 11 जून है। इसलिए 11 जून को ही लोग उन्हें विश करते हैं औप हम उन्हें रिस्पॉन्ड करते हैं। इसके साथ ही बेहद गरीब परिवार से आने वाले लालू यादव के पास अपने पिता की कोई तस्वीर नहीं है, जिसका उन्हें आज तक मलाल है।