Close Menu
Rashtra SamvadRashtra Samvad
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • होम
    • राष्ट्रीय
    • अन्तर्राष्ट्रीय
    • राज्यों से
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
      • ओड़िशा
    • संपादकीय
      • मेहमान का पन्ना
      • साहित्य
      • खबरीलाल
    • खेल
    • वीडियो
    • ईपेपर
      • दैनिक ई-पेपर
      • ई-मैगजीन
      • साप्ताहिक ई-पेपर
    Topics:
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Home » जिसे मृतक मान लिया, वह 33 साल बाद जिंदा लौटा, आखिर क्यों रहे परिवार से दूर
    Breaking News Headlines

    जिसे मृतक मान लिया, वह 33 साल बाद जिंदा लौटा, आखिर क्यों रहे परिवार से दूर

    Devanand SinghBy Devanand SinghJune 3, 2023No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link

     

     

    अलवर. राजस्थान के अलवर से एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है. यहां 33 साल पहले लापता हुआ व्यक्ति अपने घर लौट आया. उसके परिवार ने उसे मृत समझकर डेथ सर्टिफिकेट भी बनवा लिया था. अब 75 वर्षीय हनुमान सैनी को देख परिवार बहुत हैरान है. सैनी दिल्ली के खारी बावली में काम करते थे. वे 1989 में अचानक लापता हो गए थे. तीन दशकों के अंतरात के बाद 30 मई को बानसूर गांव में उनका हीरो की तरह स्वागत किया गया. घर वालों से मिलने के बाद उनके घर पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.

     

    हनुमान सैनी के सभी बच्चों तीन बेटियों और दो बेटों की शादी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि इतने साल हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा माता मंदिर में देवी की भक्ति में बिताए थे. उनके परिवार ने उन्हें खोजने की सारी उम्मीद खो दी थी.

     

    33 साल कहां थे हनुमान सैनी?

    सैनी का दावा है कि उन्हें कांगड़ा माता का फोन आया था. उन्होंने बताया, जब मैं ट्रेन में चढ़ा तो टीटी ने टिकट मांगा, लेकिन मेरे पास सिर्फ 20 रुपये थे. मुझे टीटी ने पठानकोट तक का टिकट दिया, जहां से में कांगड़ा माता मंदिर पहुंचा और सेवा में 33 साल बिताए.

     

    हनुमान सैनी ने सुनाई अपनी कहानी

    हनुमान सैनी ने कहा कि मैं कोलकाता में गंगासागर और काली मैया मंदिर भी गया था. अपना ध्यान और पूजा पूरी करने के बाद देवी ने मुझे घर लौटने का निर्देश दिया. हनुमान के बड़े बेटे रामचंद्र सैनी ने कहा, परिवार ने पिता के जिंदा होने की सारी उम्मीदें छोड़ दी थीं. उन्हें जमीन संबंधी मामलों में दिक्कत आ रही थी. लिहाजा पिछले साल अदालत के जरिए मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया. उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि पिता जी वापस आ गए. हम तब बहुत छोटे थे. उन्हें ठीक से देखा भी नहीं था. आज हम बेहद खुश हैं.

    Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Previous Articleराजेश बने भाजपा के जिला मंत्री
    Next Article ट्रेन हादसा: ओडिशा में एक दिवसीय राजकीय शोक, गोवा-मुंबई वंदे भारत ट्रेन लॉन्चिंग रद्द

    Related Posts

    आनंद मार्ग एवं पूर्णिमा नेत्रालय का मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए जांच शिविर 15 मई को गदरा में

    May 14, 2025

    झारखण्ड बंग भाषा के बैनर तले उपायुक्त कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन

    May 14, 2025

    झारखंड विधानसभा की आवास समिति के सभापति ने सरायकेला में पदाधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक

    May 14, 2025

    Comments are closed.

    अभी-अभी

    आनंद मार्ग एवं पूर्णिमा नेत्रालय का मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए जांच शिविर 15 मई को गदरा में

    झारखण्ड बंग भाषा के बैनर तले उपायुक्त कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन

    झारखंड विधानसभा की आवास समिति के सभापति ने सरायकेला में पदाधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक

    खुर्शी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के गायब रहने के ख़िलाफ़ ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, ग्रामीणों ने स्कूल में शिक्षकों की संख्या बढ़ाने की उठाई मांग

    ओलचिकी लिपि के जनक पंडित रघुनाथ मूर्मू की शतवार्षिकी

    ‘युवा’ का जेंडर एवं मैस्क्युलिनिटी पर प्रशिक्षण

    उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई नार्कोटिक्स समन्वय समिति की बैठक, वरीय पुलिस अधीक्षक, सिटी एसपी हुए शामिल

    टाटानगर पोस्ट ऑफिस में खुलेआम शराब पीने के मामले में केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के आदेश पर डाक विभाग की बड़ी कार्रवाई

    निजी विद्यालयों के प्रति उपायुक्त का कड़ा रुख अगले तीन दिन के अंदर शत प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने के दिए निर्देश

    हर घर नल जल योजना के खराब पड़े जलमीनार के मरम्मत नही किये जाने पर कार्यपालक अभियंता पर भड़के : जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे

    Facebook X (Twitter) Telegram WhatsApp
    © 2025 News Samvad. Designed by Cryptonix Labs .

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.