देवी कुमारी भूमिज (मुखिया- हल्दीपोखर पंचायत)
पूर्वी सिंहभूम जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर पोटका प्रखंड के हल्दी पोखर की मुखिया इन दिनों सुर्खियों में हैं. आम तौर पर मुखिया बनते ही जनप्रतिनिधियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं, मगर हल्दीपोखर की मुखिया देवी भूमिज अलग मुहिम चला रही है. मुखिया देवी अपने पंचायत की ड्रॉप आउट छात्राओं एवं किशोरियों को ढूंढ- ढूंढ कर उन्हें शिक्षा से जोड़ रही है. अबतक मुखिया के प्रयास से दर्जनों किशोरियों ने फिर से स्कूल जाना शुरू कर दिया है. अब वे काफी खुश नजर आ रहीं हैं साथ ही अपने सपनों को फिर से साकार करने में जुट गई है.
वैसे ये इतना आसान नहीं था. कोरोना काल के दौरान कई छात्राओं ने स्कूल छोड़ दिया था. कुछ किशोरियां ने अपने माता- पिता के साथ खेतों का रुख कर लिया था. मुखिया देवी भूमिज को ये नागवार गुजरा. उन्होंने उन छात्राओं एवं किशोरियों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें शिक्षा के महत्व से अवगत कराया और उन्हें जागरूक कर सरकार की नीतियां बतायी. धीरे- धीरे मुखिया का प्रयास रंग लाने लगा और अब तक दर्जनभर से अधिक ड्रॉपआउट छात्राओं एवं किशोरियों ने फिर से स्कूल जाना शुरू कर दिया मुखिया का यह अभियान आज भी जारी है. मुखिया देवी भूमिज के प्रयासों की पंचायत ही नहीं जिला स्तर पर चर्चा हो रही है. अपने इस उपलब्धि पर मुखिया देवी कुमारी भूमिज का कहना है कि गांव का विकास तभी संभव हो सकता है जब लड़कियां शिक्षित होंगी.
हमने देखा कि अधिकांश लड़कियां जिन्होंने कोरोना काल के बाद से स्कूल जाना बन्द कर दिया था, वो दुबारा स्कूल जाने के बजाए अपने अभिभावकों के साथ खेतों में काम करने जा रही है जिसके बाद हमने छात्राओं का काउंसलिंग किया, फिर उनके अभिभावकों को समझाया. आज ड्रॉपआउट बच्चियां फिर से स्कूल जाने लगी है. उन्होंने बताया कि उनका यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक उनके पंचायत की एक- एक की किशोरियां स्कूल जाने लगे.