सुको का फैसला आते ही फडणवीस ने कहा, लोकतंत्र की हुई है जीत, नाकाम हुआ महाविकास अघाड़ी की षणयंत्र
दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट के फैसले से महाराष्ट्र में सत्ता में एकनाथ शिंदे-भाजपा गठबंधन को एक बड़ी राहत मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि राज्य में पूर्ववर्ती महा विकास अघाड़ी सरकार को बहाल नहीं किया जा सकता है. क्योंकि तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फ्लोर टेस्ट का सामना नहीं किया और अपनी स्वेच्छा से इस्तीफा दिया. फैसला आने के बाद महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह लोकतंत्र और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की जीत है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से हम संतुष्ट हैं.
पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री फडणवीस ने आगे कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट ने महाविकास अघाड़ी के मंसूबों पर पानी फेर दिया है. महा विकास अघाड़ी का षणयंत्र नाकाम हो गया है. सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार पूरी तरह संवैधानिक है. फडणवीस ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि उद्धव ठाकरे को दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता है. सदस्यता निरस्त किए जाने के संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि स्पीकर के पास अधिकार है कि वे फैसला लें.
प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बैंच ने कहा कि चूंकि ठाकरे ने विश्वास मत का सामना किये बिना इस्तीफा दे दिया थाए इसलिए राज्यपाल ने सदन में सबसे बड़े दल भारतीय जनता पार्टी के कहने पर सरकार बनाने के लिए शिंदे को आमंत्रित करके सही किया. पीठ में न्यायमूर्ति एमआर शाह, न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी, न्यायमूर्ति हिमा कोहली व न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा शामिल हैं. सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया. उन्होंने कहा कि अगर इस मुख्यमंत्री शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस में जरा भी नैतिकता होगी तो इस्तीफा देना चाहिए जैसे मैंने इस्तीफा दिया था. इसके जवाब में फडणवीस ने कहा कि नैतिकता की बात करना उद्धव ठाकरे को शोभा नहीं देती है. मैं उनसे पूछता हूं कि भाजपा के साथ चुनकर आए और मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस व एनसीपी के साथ चले गए. उस वक्त नैतिकता को कौनसे डब्बे में डाल गए थे. उन्होने डर के कारण इस्तीफा दिया था. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि लोकतंत्र में बहुमत का महत्व होता है. उद्धव ठाकरे नैतिकता की बात ना करें. उन्होंने कहा कि आज सत्य की जीत हुई है. हमने कानून के मुताबिक सरकार बनाई है.