सुमन कुमार की रिपोर्ट
शाम्हो,बेगूसराय:जिले के शाम्हो प्रखंड के अकबरपुर बरारी पंचायत के मध्य विद्यालय अकबरपुर चालीस के प्रभारी के पिटाई से दर्जनभर से अधिक छात्र छात्रा जख्मी हो गए। जिसमें 7 बच्चियों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाकर इलाज कराया जा रहा है। पिटाई से कई छात्राएं बेहोशी की हालत में अस्पताल लाई गई है। मौके पर पुलिस पहुंच कर प्रभारी सीताराम को पकड़ थाना ले आई है। समाचार प्रेषण तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पाई है।
घटना के संबंध में विद्यालय में मिड डे मील बनाने वाली सुलेखा देवी ने बताया कि विद्यालय की एक कुर्सी टूट गई थी। इसी आरोप में विद्यालय प्रभारी छात्र छात्राओं को अलग रूम में ले जाकर बंद कमरे में पिटाई की, जिसमें दो बच्चों के सर फूटे एवं कई बच्चियां बेहोश हो गई। मौके पर हल्ला हुआ और ग्रामीण पहुंचे। इसके बाद थाना को सूचना की गई। पुलिस पहुंची और अस्पताल से एंबुलेंस मंगाया गया। घायल बच्चियों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचा दिया गया। अस्पताल जाने वाले बच्चियों के अलावे कई बच्चे बच्चियां ऐसी हैं जो शिक्षक की पिटाई से जख्मी हुए हैं।
ग्रामीण पुरुषोत्तम झा, दिनेश झा के साथ कई ग्रामीणों ने बताया कि उक्त शिक्षक पहले भी छात्र-छात्राओं की पिटाई करते थे। दिनेश झा ने बताया कि उनके घर की एक बच्ची को 2 माह पूर्व शिक्षक ने पिटाई की जिससे उसकी एक आंख खराब हो गई। उसका इलाज चल रहा है, फिर उसी बच्ची को आज फिर से शिक्षक की। पिटाई के कारण अस्पताल लाया गया है और अस्पताल में स्लाइन चढ़ाया जा रहा है।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ निशांत कुमार ने बताया कि अस्पताल में 7 बच्चियों का इलाज चल रहा है। बच्चियां पिटाई से घबराहट में है दो बच्चियां बेहोश हो रही है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि पूर्वी कुमारी वर्ग 8, संजू कुमारी वर्ग 6, राधा कुमारी वर्ग 8, रिया कुमारी वर्ग 2, बॉबी कुमारी वर्ग 5, राधा कुमारी वर्ग 6, दीप शिखा कुमारी वर्ग 6, गगन कुमारी वर्ग 6 को अस्पताल में स्लाइन चढ़ाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सनी कुमारी नाम की एक बच्ची का सर फूटा हुआ है।
प्रभारी प्रधानाध्यापक सीताराम साव ने घटना के बाद थाना में बताया कि उनसे गलती हुई है। बरहाल गांव में अभिभावकों के बीच शिक्षक के प्रति आक्रोश है। अगर मौके पर पुलिस नहीं पहुंचती तो प्रभारी प्रधानाध्यापक को ग्रामीणों से बचा पाना मुश्किल था। इन सारी घटनाओं की जानकारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अरविंद कुमार को दी गई, लेकिन हुए शाम 4:30 बजे तक न तो अस्पताल पहुंचे और ना ही इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार थे।