वीरपुर( बेगूसराय) ।
बुधवार की रात्रि वीरपुर प्रखंड के पर्रा गांव में होली मिलन समारोह के अवसर पर आयोजित भव्य कवि सम्मेलन में श्रोताओं ने कवियों की प्रस्तुति का खूब आनंद उठाया । कवि प्रफुल्ल मिश्रा की प्रस्तुति “चांदी काट रहे हैं गुंडे, इस धंधे की आड़ में ; जो मूर्ख है वही कहेगा बंदी है बिहार में” । पर श्रोताओं ने खूब दाद दी । विजेता मुगदलपुरी की प्रस्तुति ” इहो उमर में कक्का अलगट तीन महला पर फैन गेलैय ” लोगों को खूब गुदगुदाया । मुक्तक सम्राट अशांत भोला की पंक्ति “किसी को पीना नहीं आता, मरना जीना नहीं आता; कोई वतन को खून देता है किसी को पसीना नहीं आता ।” पर श्रोताओं ने खूब तालियां बजाई ।कवि रंजन झा की प्रेम गीत “गम हमारे तुम्हारे नहीं थे अलग, हम इधर रह गए तुम उधर रह गए एवं प्रस्तुत जोगीरा पर श्रोता झूम उठे ।कवि रमा मौसम, प्रदीप चौहान दीप ,आलोक रंजन, कवयित्री डॉ आराधना अनु एवं रंजू ज्योति की प्रस्तुति ने महफिल में चार चांद लगा दी ।