नई दिल्ली. सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा है कि रक्षा क्षेत्र में सुधारों की प्रक्रिया में अगला कदम एकीकृत थियेटर कमानों का गठन है जिससे युद्ध और शांति के समय तीनों सेनाओं के युद्ध कौशल तथा क्षमताओं का बेहतर तरीके से तालमेल किया जा सकेगा.
जनरल नरवणे ने आज सिकन्दराबाद स्थित रक्षा प्रबंधन कालेज और बाइसन डिविजन का दौरा किया तथा वहां विभिन्न कोर्स कर रहे अधिकारियों के साथ संवाद के दौरान यह बात कही. सेना प्रमुख ने मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य और राष्ट्रीय हितों को पूरा करने के संदर्भ में सेना की क्षमता में विकास तथा उसके उपयोग पर अपने विचार रखने के अलावा तीनों सेनाओं के एकीकरण , युद्ध क्षेत्र संबंधी विषयों और आधुनिकीकरण जैसे मुद्दों का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति तथा सैन्य मामलों के विभाग के गठन का निर्णय ऐतिहासिक है जिससे लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हुई है.
उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में सुधारों की प्रक्रिया में अगला कदम एकीकृत थियेटर कमानों के गठन का है जिससे युद्ध और शांतिकाल में तीनों सेनाओं की युद्ध और अन्य क्षमताओं के बीच तालमेल बैठाया जा सके. साथ ही उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया सोची समझी और व्यापक विचार विमर्श पर आधारित होगी और इसमें समय लगेगा. सेनाओं के एकीकरण पर आशावादी रूख व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह अनिवार्य है क्योंकि इससे इनमें तालमेल बढेगा और संसाधनों का अधिक से अधिक इस्तेमाल किया जा सकेगा.
सेना प्रमुख ने कहा कि यह जरूरी है कि सब राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च मानते हुए एकजुटता की भावना और विश्वास के साथ काम करें. रक्षा प्रबंधन कालेज के कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने इस मौके पर एक कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया. बाइसन डिविजन में उन्होंने दक्षिणी कमान की संचालन तैयारियों की सराहना की और सभी अधिकारियों तथा जवानों से कड़े परिश्रम तथा उत्साह के साथ प्रशिक्षण जारी रखने के लिए कहा जिससे कि भविष्य की संचालन संबंधी चुनौतियों से मजबूती से निपटा जा सके. उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान किये गये उपायों तथा बाढ राहत अभियानों में योगदान के लिए सैन्यकर्मियों की सराहना की.