पटना. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अपने स्वयंसेवकों को सामाजिक समरसता जैसे विषय पर सजग और सक्रिय रहने का आह्वन करते हुए कहा कि हमारा समाज एक परिवार है इसलिए किसी के प्रति भेदभाव की भावना नहीं होनी चाहिए. आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत के नेतृत्व में यहां पटना सिटी के केशव भारती विद्या मंदिर में संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल के उत्तर-पूर्व क्षेत्र की रविवार को संपन्न हुई दो दिवसीय बैठक में स्वयंसेवकों को सामाजिक समरसता जैसे विषय पर सजग और सक्रिय रहने का आह्वन करते हुए कहा गया कि हमारा समाज एक परिवार है इसलिए किसी के प्रति भेदभाव की भावना नहीं होनी चाहिए.
साथ ही यह भी कहा गया कि मंदिर, जल और श्मशान सबके लिए एक हो. बैठक में सामाजिक समरसता, कोरोना काल में संघ के स्वयंसेवकों के सेवा कार्यों, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण और जल संरक्षण विषय पर चर्चा की गई. बैठक में शाखा का विस्तार तथा उसे और मजबूत करने पर भी जोर दिया गया. इस दौरान कहा गया कि जल, जंगल और जमीन की सुरक्षा के लिए इनको प्रदूषण से बचाना अत्यंत आवश्यक है इसलिए प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाए जाने की जरूरत है.
इस बैठक के दौरान परिवार में संस्कारमय परिवेश बनाने के उद्देश्य से कुटुंब प्रबोधन जैसे सामाजिक विषय पर भी विस्तार से चर्चा की गई. कहा गया कि आवश्यक है कि परिवार प्रबोधन के कार्य को गति दी जाए और प्रत्येक स्वयंसेवक अधिक सक्रियता के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करे. सरसंघचालक भागवत ने विद्यालय परिसर में केशव सभागार का लोकार्पण भी किया.