नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 4 अक्टूबर शुक्रवार को वल्र्ड इकॉनोमिक फोरम में कहा कि एक ही समय ने राष्ट्रवादी रहना और और दूसरे देशों के साथ मिलकर रहने में कोई विरोधाभास नहीं है. उन्होंने दावा किया कि इस मामले में भारत अलग है. उन्होंने कहा कि भारत इस मामले में अलग है, क्योंकि हम ज्यादा राष्ट्रवादी हैं. ऐसे में हम राष्टवादी होने और अंतर्राष्ट्रीय होने के बीच तनाव को नहीं देखते. क्षेत्रीय सहयोग के बारे में बात करते हुए वे बोले कि एक पड़ोसी देश को छोड़कर सब ठीक चल रहा है. एक को छोड़कर सभी पड़ोसियों का क्षेत्रीय सहयोग अच्छा है.उल्लेखनीय है कि हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त किए जाने को बहुप्रतीक्षित और उचित कदम बताते हुए कहा था कि पाकिस्तान से यही अपेक्षा थी कि वह इस निर्णय को चुनौती देने के लिए हर संभव कोशिश करेगा, क्योंकि उसने कश्मीर में आतंकवाद भड़काने के लिए बड़ा निवेश किया हुआ है. उन्होंने एक शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक ‘द हैरीटेज फाउंडेशन में बुधवार को कहा कि भारतीय सुरक्षा बलों ने पांच अगस्त के फैसले के बाद से जम्मू-कश्मीर में अत्यंत संयम बरता है.