सदर थाना के रामपुर शाह गांव मैं हथियारबंद नकाबपोश अपराधियों ने डकैती की
नकद समेत 5 लाख की संपत्ति और व्यवसाई की नाबालिक लड़की का अगवा कर ले गए
चलते चलते डकैतों ने हवाई फायरिंग कर दहशत फैलाई
मुजफ्फरपुर जिले के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत रामपुर शाह गांव में गुरुवार आधी रात आधा दर्जन की संख्या में हथियारबंद नकाबपोश अपराधियों ने एक व्यवसाई के घर में डकैती की . आधे घंटे तक घर में उत्पात मचाने के बाद डकैतों ने करीब ₹5 लाख रुपये मूल्य की संपत्ति और व्यवसाई की 17 वर्षीय नाबालिग लड़की का अगवा कर ले गए. इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई. सूचना के बाद मौके पर पहुंची सदर थाना पुलिस की कार्यप्रणाली भी सही नहीं थी. बिना कोई सक्रियता दिखाएं पुलिस दल थाना आकर लिखित शिकायत दर्ज कराने की बात कहते हुए वापस लौट गया. इस घटना से आक्रोशित लोगों ने शुक्रवार को विरोध स्वरूप दिघरा समस्तीपुर एन एच अठाईस को जाम कर दिया. लोग पुलिस के खिलाफ लापरवाही और शिथिलता बरतने का आरोप लगा रहे थे. हालांकि बाद में एसडीओ के पहुंचने पर ग्रामीणों का गुस्सा थोड़ा नरम पड़ा एसडीओ ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया की बहुत जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी कर लड़की को बरामद कर लिया जाएगा. हमारे स्थानीय संवाददाता द्वारा दी गई रिपोर्ट के मुताबिक घटना के समय व्यवसायी अपने आवास के मुख्य दरवाजे के पास बनी कोठरी में सो रहा था. उसकी दोनों बेटियां और पत्नी अंदर के कमरे में सो रही थी . आधी रात को 7 की संख्या में नकाबपोश अपराध कर्मी हथियार लेकर चहारदीवारी कूदकर घर में प्रवेश किये. व्यवसाई की पत्नी और बड़ी बेटी को बंधक बनाकर डकैती की. घर में रखे बक्से ट्रंक और अलमारी खोलकर अपराधियों ने करीब ₹4 लाख रुपये मूल्य के जेवरात और ₹47000 नकद के अलावा कीमती सामान ले गए . बदमाशों ने बड़ी बेटी के हाथ से उसका मोबाइल फोन भी छीन लिया . व्यवसाई की छोटी बेटी को बंदूक का भय दिखा कर वे लोग अपने साथ ले गए . डकैतों के घर से बाहर निकलने की आहट मिलने पर बड़ी बेटी और पत्नी ने शोर मचाया. शोर सुनकर दरवाजे के कोठरी में सो रहा व्यवसाई जग गया और उसने भी शोर मचाना शुरू किया. उस समय तक डकैत घर से बाहर निकल गए थे लेकिन आवाज सुनकर भय पैदा करने के उद्देश्य से हवा में 3 राउंड फायरिंग की और फरार हो गए.
*नाराज ब्रह्मषि समाज सत्ताधारी पार्टी को विधानसभा चुनाव में समर्थन पर करेगा विचार*
इस घटना से एक ओर जहां क्षेत्र में दहशत का माहौल है, वही लोगों में पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ नाराजगी देखी गई . इस मुद्दे पर बिहार ब्रह्मर्षि समाज व झारखंड ब्रह्मर्षि समाज के स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर आक्रोश है ब्रह्मषि नामधारी संगठनों ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि अगर पुलिस प्रशासन ने अपराधियों की गिरफ्तारी और लड़की की सही सलामत बरामदगी नहीं की तो आगामी विधानसभा चुनाव में ब्रह्मर्षि समाज वर्तमान सत्ताधारी पार्टी को समर्थन देने पर पुनर्विचार कर सकता है . समाज के लोगों का कहना है की घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस का जो व्यवहार देखा गया वह बिल्कुल ही स्वीकार्य योग्य नहीं था . पूरा गांव जहां घटना के बाद सदमे में था, वही पुलिस पहुंचने के बाद बिना कोई सक्रियता दिखाएं यह कहते हुए वापस लौट गई कि थाने में आकर शिकायत दर्ज करावे . पुलिस की इस कार्यशैली से लोगों में घोर नाराजगी देखी गई . ब्रह्मर्षि विकास मंच जमशेदपुर के महासचिव अनिल ठाकुर ने कहा कि घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है इस घटना के बाद नीतीश सरकार को सत्ता में रहने का कोई औचित्य नहीं यह घटना राज्य और केंद्र की सरकार के विफलता को दर्शाता है उन्होंने कहा कि सवर्णों को जीने का अधिकार नहीं है इस सरकार में? इस मुद्दे पर अगर सरकार ठोस कदम नहीं उठाती है तो आने वाले विधानसभा चुनाव में झारखंड का इतिहास बिहार में भी दोहराया जाएगा उन्होंने कहा कि समाज के लोगों ने पुलिस के इस हरकत से नाराज होकर ही मुख्य मार्ग जाम किया. यहां तक कि पुलिस पर रोड़े फेंके गए और धक्का-मुक्की भी हुई . हालांकि बाद में पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग भी किया.