तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण का हुआ समापन
सिविल सर्जन सभागार कक्ष में तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान के ऊपर एक कार्यशाला का आयोजन सिविल सर्जन महोदय की अध्यक्षता में की गई। सिविल सर्जन आर. एन. झा ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को बताया कि आज के दिन में तंबाकू सेवन से मरने वाले लगभग 54 हज़ार पूरे भारत में है अगर अभी नहीं रोके तो आने वाले 2030 तक एक लाख की पार इसकी गिनती होगी। स्कूल जाने वाले बच्चों जिनका खुद का मन विचलित होता है और वह तंबाकू का सेवन आसानी से कर लेता है जिसके कारण बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हो जाती है शायद यह युवा अपने बुढ़ापे ना देख पाए इस लेकर हम सबको इस मुहिम में एकजुट होकर काम करना होगा। अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी- डॉक्टर साहिर पाल ने कहां छोटे-छोटे बच्चे जो अविकसित दिमागी होने के कारण इसका शिकार होते जा रहे हैं क्योंकि यह अक्सर देखा जा रहा है कि पढ़ाई में कम आंक लाना तथा अपने आप को अकेला महसूस करना यह सब तंबाकू की लत में सम्मिलित होने के कारण हैं जिसे बचाने की आवश्यकता है। जिला नोडल पदाधिकारी तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम- डॉ अरविंद कुमार लाल ने कहा कि भारत वर्ष में जितने भी कैंसर से मृत्यु होता है उनमें से 40% लोग तंबाकू सेवन से मरते हैं, एवं लोगों को जागरूकता के माध्यम से तंबाकू सेवन पर नियंत्रण पा सकता है घर में बड़े को देखते हुए छोटे बच्चे इस लत में शामिल होते जा रहे हैं। तंबाकू फ्री संस्थान को लेकर 9 तरह का पैरामीटर जिसे फॉलो करना जिले की सभी शिक्षण संस्थान को अनिवार्य कर दिया गया है। वही प्रशिक्षक डॉक्टर मो0 असद ने तंबाकू सेवन से होने वाले सभी तरह की बीमारियों से अवगत कराया उन्होंने यह भी बताएं कि तंबाकू भारत में कैसे आए और कैसे फैल गए जो कि देश की लिए बहुत बड़ी समस्या है। जिला परामर्शी- मौसमी चटर्जी ने राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को विस्तृत रूप से जानकारी दिया।जिला कुष्ठ प्रमर्शी- डाॅक्टर राजीव लोचन महतो ने कहा कि आज के युवा तेज रफ्तार तथा फैशन के दीवाने होने के कारण तंबाकू सेवन कर अपनी जवानी आग में झोंकने के समान कार्य कर रहे हैं। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता- कुंदन कुमार ने उपस्थित सभी लोगों को प्रचार-प्रसार हेतु स्कूल कार्यक्रम से होने वाले लाभ तथा COTPA-2003 अधिनियम के प्रमुख धाराओं के ऊपर विस्तृत चर्चा की। तथा सभी को धन्यवाद देकर कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला प्रबंधक NHM- विनय कुमार, संगीता शांडिल, प्रधान लिपिक श्री ऋषिकेश गिरि एवं अभिरंजन दास शामिल रहे।