* देवी दुर्गा के नौ रूप हैं, जिनकी नवरात्रि में आराधना की जाती है.
* देवी दुर्गा का चौथा स्वरूप कूष्मांडा है.
* देवी कूष्मांडा, सिंह पर सवार हैं और सूर्यलोक में निवास करती हैं, जो क्षमता किसी भी अन्य देवी-देवता में नहीं है, इसलिए जब कोई कारक ग्रह अस्त हो जाए तो देवी कूष्मांडा की आराधना करनी चाहिए.
* देवी कूष्मांडा अष्टभुजा धारी हैं और अस्त्र-शस्त्र के साथ माता के एक हाथ में अमृत कलश भी है.
* देवी कूष्मांडा की पूजा-अर्चना से असाध्य रोगों से मुक्ति मिलती है.
* देवी कूष्मांडा की पूजा-अर्चना से सूर्य ग्रह की अनुकुलता प्राप्त होती है इसलिए सिंह राशिवालों को देवी की आराधना से संपूर्ण सुख की प्राप्ति होती है.
* जिन श्रद्धालुओं की सूर्य की दशा-अन्तरदशा चल रही हो उन्हें भी देवी कूष्मांडा की पूजा-अर्चना करनी चाहिए.
* सम्मान, सफलता आदि की कामना रखनेवाले श्रद्धालुओं को देवी कूष्मांडा की आराधना करनी चाहिए.
* जिन श्रद्धालुओं के पिता से मतभेद हों वे संकल्प लेकर देवी कूष्मांडा की आराधना करें, विवाद से राहत मिलेगी.
* देवी की इस मंत्र से पूजा-अर्चना करें… देवी कूष्माण्डायै नम:॥
– आज का राशिफल –
मेष राशि:- आज धनलाभ होने के साथ ही व्यवसायिक प्रतिद्वंद्वी शांत रहेंगे. मन प्रसन्न रहेगा. संतान के विवाह के लिए किये प्रयास सफल रहेगे. अपनी जिम्मेदारी को समझे. गृहस्थ सुख मिलेगा. वहीं आलस्य की अधिकता से कार्यो में विलंभ होगा.
वृष राशि:- अपनी बातों से लोगों का दिल जीत लेंगे. संतान के लिए अनुकूल समय है. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. सामाजिक कार्य सफल रहेंगे. स्वजनो के साथ पार्टी-पिकनिक का आनंद मिलेगा.
मिथुन राशि:- आज का दिन प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी. आज की गई यात्रा-निवेश सफल रहेगा. धन प्राप्ति सुगम होगी, जोखिम न लें. कारोबार के विस्तार के लिए धन संग्रह करेंगे.
कर्क राशि:- न चाहते हुए भी फालतू खर्च बढ़ेगा. मामूली चोट,विवाद आदि से हानि संभव है. कुसंगति कष्टकारक रहेगी, जोखिम न लें. तीर्थयात्रा संभव है. परिवार के प्रति सजग रहें.
सिंह राशि:- आज किया निवेश शुभ रहेगा. स्वजनों के साथ पार्टी-पिकनिक का आनंद मिलेगा. काम की अधिकता रहेगी. झूठ बोलने से बचें. माता के स्वास्थ में कमी आएगी.
कन्या राशि:- कुछ भी बोलने से पहले अच्छी तरह से सोचें. आज अप्रिय सूचना से मन दुखी होगा. कारोबार में विवेक से कार्य करें, लाभ होगा. संतान की चिंता रहेगी.प्रेम प्रसंग के चलते तनाव संभव है. बिजली के उपकरण खरीदने में धन ख़र्च होगा.
तुला राशि:- आज कई स्रोतों से धनलाभ संभव है. घर-परिवार की चिंता से तनाव रहेगा. निजी कार्यो से भागदौड़ अधिक होगी. निवेश शुभ रहेगा. यात्रा हो सकती है.
वृश्चिक राशि:- समय की अनुकूलता का आभास होगा. बड़े सौदों के लिए समय शुभ है. संपत्ति के कार्य लाभ देंगे. आर्थिक लाभ होगा. विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा. विवाह योग्य जातकों के लिए समय उपयुक्त है.
धनु राशि:- आज पसंदीदा भोजन का आनंद मिलेगा. दोस्तों के साथ यात्रा होगी. लेकिन, नौकरी में परिश्रम निरर्थक होगा. आप की लापरवाही से लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे. विवाह प्रयास सफल रहेंगे.
मकर राशि:- दिन की शुरुआत में आलस की अधिकता रहेगी. कॅरियर के प्रति निर्णय लेने में संकोच रहेगा. धन प्राप्ति सुगमता से होगी. यात्रा सफल रहेगी. न्याय पक्ष मजबूत होगा.
कुम्भ राशि:- आज रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे. सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. कार्यस्थल परिश्रम अधिक होगा. बुजुर्गों को पुरानी व्याधि से कष्ट होगा. कीमती वस्तुएं संभालकर रखें.
मीन राशि:- व्यापारिक नई योजना बनेगी. कार्यप्रणाली में सुधार की आवश्यकता है. राजकीय सहयोग मिलेगा. उन्नति होगी. अपनों से मनमुटाव हो सकता है.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
– मंगलवार का चौघडिय़ा –
दिन का चौघडिय़ा रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- रोग पहला- काल
दूसरा- उद्वेग दूसरा- लाभ
तीसरा- चर तीसरा- उद्वेग
चौथा- लाभ चौथा- शुभ
पांचवां- अमृत पांचवां- अमृत
छठा- काल छठा- चर
सातवां- शुभ सातवां- रोग
आठवां- रोग आठवां- काल
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!