नगेंद्र तिवारी के परिवार के लोगों ने कहा कि कि इनकी हत्या की गई है
- परिवार की सुधि लेने पहुंचे राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख
देवघर पलाजोरी प्रखंड के बीडियो स्वर्गीय नगेंद्र तिवारी के मानगो आवास पर जाकर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष सह पश्चिम विधानसभा के प्रत्याशी रहे देवेंद्र सिंह ने पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित किया उनके साथ भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष विनोद सिंह साकची के अध्यक्ष उमाशंकर भाजपा नेता रविंद्र सिंह शत्रुघ्न गिरी इत्यादि भी पुष्प अर्पित किए, नगेंद्र तिवारी के परिवार के लोगों ने कहा कि कि इनकी हत्या की गई है यह कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति थे झारखंड सरकार की सेवा करते हुए शहीद हो गए क्योंकि उस क्षेत्र के नामी गुंडा पलाजोरी प्रखंड का मुखिया दाऊद आलम विगत 6 महीने से इनकी हत्या करने के लिए इनको धमकी दे रहा था, कारण की बालू माफिया एवं गिट्टी माफिया के खिलाफ यह अभियान चला रहे थे, भाजपा नेता देवेंद्र सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सांसद श्री दीपक प्रकाश को फोन कर सारी जानकारी दी यह भी बताया गया कि नगेंद्र तिवारी जी विगत 6 महीना से ही माफियाओं के आतंक से जूझ रहे थे स्वर्गीय नगेंद्र तिवारी जी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं मुख्य सचिव को भी पत्र देकर अपनी हत्या की आशंका जाहिर की थी, फिर भी सरकार शांत रही, इसलिए इस घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए दीपक प्रकाश जी ने कहा कि स्वर्गीय नगेंद्र तिवारी जी को न्याय मिलेगा भाजपा चुप नहीं बैठेगी.
परिवार की सुधि लेने पहुंचे राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख
देवघर के पलाजोरी प्रखंड के वीडियो नागेंद्र तिवारी की मौत प्रकरण में नया मोड़ आ गया है परिवार की सुधि लेने पहुंचे राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख उनके मानगो स्थित आवास पर पहुंचे परिजनों ने मंत्री से साफ तौर पर कहा कि नागेंद्र तिवारी आत्महत्या करने वाले व्यक्ति थे ही नहीं वैसा व्यक्ति तो दूसरे को जीवन देता था इसलिए साफ तौर पर उनकी हत्या की गई है मंत्री ने भी परिजनों की बातों से सहमति जताई और कहा कि नागेंद्र तिवारी की मौत प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच होगी और दोषी पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा मंत्री चुकी स्वयं भी देवघर जिले से आते हैं इस कारण उनकी नागेंद्र तिवारी के प्रति अधिक संवेदना की और वे राज्य के ग्रामीण विकास मंत्रालय का प्रभार भी संभाल रहे हैं उल्लेखनीय है कि रविवार की रात नागेंद्र तिवारी की क्षत-विक्षत लाश जुगसलाई में दुख मार्केट के पीछे रेलवे ट्रैक पर मिली थी लोगों का कहना था कि नागेंद्र तिवारी ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली है उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया हालांकि घटना के समय उनके शव की पहचान नहीं हो पाई थी दूसरे दिन उनके शव को पहचाना गया परिजनों ने आरोप लगाया कि बालू माफिया देवघर में उन्हें काफी प्रताड़ित करते थे और उन्हें धमकी दी जाती थी इसी वजह से उन्होंने आत्महत्या की है हालांकि आज मंत्री के सामने उन लोगों ने साफ तौर पर कहा कि नागेंद्र तिवारी की हत्या की गई है वह आत्महत्या नहीं कर सकते हैं बालू माफियाओं की धमकी से तंग आकर नागेंद्र तिवारी 1 माह की छुट्टी पर मांगो स्थित अपने आवास में ही रह रहे थे इस दौरान वे काफी दबाव में थे घर से निकलने के बाद उनका कुछ पता भी नहीं चल पाया और बाद में पता चला कि रेलवे ट्रैक पर उनकी लाश पड़ी हुई है जानकारी हो कि परिजनों के मांग के बाद सोमवार को जुगसलाई थाना में नागेंद्र तिवारी के भाई उमाशंकर तिवारी के बयान पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला भी दर्ज कर लिया गया है पुलिस मामले की गंभीरता से जांच भी कर रही है से मिलने नागेंद्र तिवारी के आवास पहुंचे मंत्री को उनके भतीजे सुमित कुमार तिवारी ने इसकी जानकारी दी की हत्या का मामला जुगसलाई थाना में दर्ज कराया गया है सुमित ने मंत्री को यह भी बताया कि उसके चाचा साक्षी तक एक स्टूडेंट को अपने खर्च से मुफ्त मुफ्त में पढ़ाते थे मना भी किया गया था जिस छात्र को व पढ़ाते थे उसने घटना के शाम उन्हें साक्षी जेल चौक तक छोड़ा था उसके बाद भी जेल चौक पर टेंपो पकड़कर जुगसलाई चले गए थे दौरान उनकी हजारीबाग के अपने एक मित्र से फोन पर बात भी हुई थी हजारीबाग के मित्र का कहना था कि वह ऐसे ही हाल-चाल जानने के लिए फोन किए थे जुगसलाई में टेंपो से उतरे तो ₹80 और ₹100 को लेकर टेंपो वालों से हल्की बहस भी हुई उसके बाद ₹100 उन्होंने दे दिए थे परिचित को वीडियो ने बताया था कि वह एक व्यक्ति से मिलने के लिए जुगसलाई जा रहे हैं लेकिन फिर उनकी मौत की खबर आ गई सवाल यह भी उठता है कि अगर वह आत्महत्या करने के लिए जा रहे थे तो फिर टेंपो वाले से ₹20 के लिए कैसे उलझ गए स्पष्ट है कि कहीं ना कहीं उनके साथ अनहोनी हुई है वैसे जुगसलाई थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है और इसकी जांच की जा रही है