कृष्णा चौधरी की रिपोर्ट
बेगूसराय : छौड़ाही प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड के सचिव कैलाश सहनी के नेतृत्व में सात मछुआरे छौड़ाही ओपी अध्यक्ष राघवेंद्र कुमार एवं मंझौल ओपी अध्यक्ष के द्वारा प्रताड़ित करने एवं मत्स्य विभाग के आदेश आदेश की अवहेलना करने के विरोध में पुलिस अधीक्षक बेगूसराय के कार्यालय के बाहर मंगलवार को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। उनके समर्थन में जिला के कई प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड के सचिव भी धरना पर बैठ गए हैं।
एसपी कार्यालय में भूख हड़ताल पर बैठे सचिव कैलाश सहनी, बिंदेश्वरी सहनी, रामपुकार सहनी, शिवजी सहनी, राजा कुमार सहनी, लवकुश सहनी एवं युगल सहनी का कहना था कि मुंगेर प्रक्षेत्र के मत्स्य उपनदेशक एवं जिला मत्स्य पदाधिकारी ने पत्र जारी कर स्पष्ट रूप से छौड़ाही मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड के सचिव को परवाना निर्गत करने एवं शिकारमाही करने का आदेश दिया है। जिसके आलोक में निर्धारित शुल्क भी कोषागार में जमा कर दिया गया है। जलकर का लिस्ट भी उपलब्ध करवा दिया गया है। परंतु। छौड़ाही मत्स्यजीवी सहयोग समिति के लिमिटेड के अध्यक्ष अरुण कुमार सहनी छौड़ाही ओपी अध्यक्ष राघवेंद्र कुमार के मिलीभगत से जलकर से मछली की लूट करवा रहे हैं। विरोध करने पर उल्टे जलकर मालिक के ऊपर ही मछली लूट लेने की प्राथमिकी लगातार दर्ज कर प्रताड़ना कर रहे हैं। सोमवार को भी परोड़ा जलकर से मछली लूट ली गई। लेकिन ओपी अध्यक्ष ने आवेदन नहीं लिया और गाली गलौज कर के भगा दिया।
भूख हड़ताल पर बैठे लोगों का कहना है कि दी बेगूसराय सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक शाखा मंझौल मे संयुक्त खाता संचालित है। समिति के सचिव का फर्जी हस्ताक्षर एवं मोहर मारकर समिति के अध्यक्ष अरुण सहनी के लेटर पैड पर दूसरा चेक बुक निर्गत करवा कर समिति के खाते से बीते 6 माह में लाखों रुपए निकासी कर गबन कर लिया गया है।
इस बात को लेकर मुंगेर प्रक्षेत्र के उप मत्स्य निदेशक द्वारा दो दो बार जांच व कार्रवाई हेतु बैंक से आग्रह किया गया। उपनिदेशक ने बैंक शाखा प्रबंधक को भेजे पत्र में कहा था कि समिति के द्वारा सूचना देने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई बैंक के स्तर से अभी तक नहीं की गई है। जिसके कारण समिति को हानि हो रही है। साथ ही सरकार को मिलने वाला राजस्व अप्राप्त है। बावजूद दी सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक शाखा मंझौल द्वारा समिति के अध्यक्ष अरुण सहनी से दूसरा चेक बुक निर्गत करवाने के संबंध में कारण पृक्षा किए जाने के अलावे किसी तरह की जांच व कार्रवाई नहीं की गई। बीते 19 जनवरी को स्थानीय मंझौल ओपी में कार्रवाई के लिए आवेदन दिया गया। बावजूद थानाध्यक्ष द्वारा किसी तरह की जांच व कार्रवाई नही की गई।
एसपी महोदय को भी आवेदन देकर गबन मामले की जांच व कार्रवाई की मांग की जा चुकी है। फिर भी मंझौल पुलिस द्वारा मामले मे किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है।
पुलिस प्रशासन के असहयोगात्मक रवैया से समिति का पूंजी डूबने एवं मत्स्य जीवियों के रोजी-रोटी पर संकट उत्पन्न होने की स्थिति बन गई है। बाध्य होकर उसने न्याय पाने के लिए एसपी कार्यालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठने का निर्णय लिया है।
दूसरी तरफ भूख हड़ताल के समर्थन मे जल श्रमिक संघ के महासचिव रामबालक सहनी, सचिव अनिरुद्ध सहनी, मत्स्य जीवी सहयोग समिति लिमिटेड खोदावंदपुर के सचिव चंद्रदेव सहनी, बलिया प्रखंड सचिव गणेश सहनी, मटिहानी प्रखंड सचिव अवधकिशोर सहनी भी धरना दे रहे है।