बीओआई ने रोकी वृद्धा पेंशन की राशि, पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी के हस्तक्षेप के बाद उपायुक्त ने लिया संज्ञान
ऋण माफ़ी की सरकारी घोषणा के विपरीत किसानों पर लोन चुकाने के दबाव बना रहें बैंक : कुणाल षाड़ंगी
सरकार के ऋण माफ़ी के ऐलान के बावजूद किसानों को राहत नहीं मिली है। बैंकों द्वारा किसानों पर किसान क्रेडिट कार्ड लोन के ऋण भुगतान के लिए हर संभव दबाव बनाये जा रहे हैं। ताज़ा मामला पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया प्रखंड अंतर्गत बैंक ऑफ़ इंडिया के मुटुरखाम शाखा से जुड़ा है। बैंक ने नानीवला महतो नाम की कृषक महिला के वृद्धा पेंशन की राशि निकासी को रोक दिया है। यह रोक केसीसी लोन की रकम चुकता न करने के एवज में की गई कार्रवाई है। इस मामले को पीड़ित किसान महिला ने पूर्व विधायक और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी के संज्ञान में लाया। इसपर संवेदनशीलता दिखाते हुए कुणाल षाड़ंगी ने सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख सहित जिला उपायुक्त सूरज कुमार के संज्ञान में लाया। पूर्व विधायक ने ट्विटर के माध्यम से सरकार का ध्यानाकर्षण के क्रम में बताया कि राज्य सरकार की ऋण माफ़ी की घोषणा के विपरीत राज्य के कई बैंक किसानों पर किसान क्रेडिट कार्ड लोन की राशि चुकाने के लिए दबाव बना रहे हैं। उदाहरण के तौर पर पूर्व विधायक ने बैंक ऑफ इंडिया के मुटुरखाम शाखा के मामले को संलग्न करते हुए इसके समाधान के निमित्त आग्रह किया। पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी के ट्वीट पर संज्ञान लेकर पूर्वी सिंहभूम जिला उपायुक्त सूरज कुमार ने बैंकों के कारण किसानों को रही कठिनाई के मामले को संज्ञान में लाने के लिए पूर्व विधायक का आभार जताया। उन्होंने आश्वस्त किया की इसके निमित्त सभी बैंकों को ज़रूरी निर्देश जारी किए गये हैं। मुटुरखाम बीओआई शाखा के मामले में भी प्रशासन के स्तर से जरूरी कार्रवाई की जा रही है। उपायुक्त ने ट्वीट कर बताया कि सम्बंधित मामले में लाभुक महिला कृषक का बैंक खाता केवाईसी न होने के कारण लॉक है। उन्होंने जानकारी दिया कि सोमवार तक हर हाल में केवाईसी वेरिफिकेशन सुनिश्चित करवा ली जायेगी जिसके बाद कृषक महिला द्वारा वृद्धा पेंशन की निकासी संभव हो सकेगी। इस मामले में जिला प्रशासन की सक्रियता और डीसी सूरज कुमार की संवेदनशीलता को लोकसेवा का आदर्श उदाहरण बताते हुए पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने आभार जताया है।