निजाम खान
*अप्रवासी मजदूरों जो रेड जॉन से आ रहे उसे सरकारी क्वारांटिन सेंटर में रखना अत्यंत जरूरी:- उपायुक्त जामताड़ा श्री गणेश कुमार(भा.प्र.से.)*
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*प्लास्टिक थैलियों में खाना देना खेद जनक, ऐसे गलती करने से बचें, पूर्व में भी प्लास्टिक उपयोग से बचने की दी गई है सलाह:- उपायुक्त जामताड़ा*
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उपायुक्त जामताड़ा श्री गणेश कुमार (भा.प्र.से.) ने बताया कि वर्तमान में कोविड -19 महामारी को देखते हुए सम्पूर्ण भारत में लाॅकडाउन घोषित है। उक्त क्रम में झारखण्ड सरकार के निदेशानुसार अन्य राज्यों में फॅंसे अप्रवासी मजदूरों/ छात्रों एवं अन्य व्यक्तियों को राज्य के विभिन्न रेलवे स्टेशनों/ अन्य स्थलों पर वाहनों के साथ दण्डाधिकारी भेजकर लाया जा रहा है। इस क्रम में कुछ अप्रवासी मजदूर एवं अन्य लोग रेड जोन से भी आ रहे है जिसे जाॅंचोपरान्त आवश्यकतानुसार नगर क्षेत्र/ विभिन्न प्रखण्डों में पूर्व से ही स्थापित क्वारांटिन सेंटर में रखते हुए आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु जिला स्तर से स्पष्ट निदेश दिया गया है।
*क्वारांटिन सेंटर में निर्धारित मानक के अनुसार मूलभूत आवश्यकताएं उपलब्ध कराना राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन की प्राथमिकता*
कुछ क्वारांटिन सेंटर के संदर्भ में ऐसी शिकायतें प्राप्त हो रही है कि वहां मूलभूत सुविधाएं जैसे साफ सफाई, खान पान, बिजली की व्यवस्था के स्तर मापदंड के अनुसार नहीं हैं जो कि अत्यंत गंभीर विषय है। वहाँ पर रह रहे व्यक्तियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना एवं किसी प्रकार की असुविधा न हो यह राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन की प्राथमिकता है, जिसके लिए जिला स्तर से सभी क्वारांटिन सेंटर के संचालन हेतु पर्याप्त आवंटन पूर्व में ही उपलब्ध करा दी गई है, परन्तु संबंधित पदाधिकारी द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है जिससे जिला प्रशासन की कार्य प्रणाली एवं छवि धूमिल होने की संभावना बढ़ जाती है।
*प्लास्टिक थैलियों में खाना देना गलत, इसके दुष्प्रभाव को समझें, इसे तुरंत बंद करें – उपायुक्त जामताड़ा*
उपायुक्त ने बताया कि प्राप्त सूचना के अनुसार क्वारांटिन सेंटर (मिहिजाम/ कुण्डहित) द्वारा वहां पर रह रहे व्यक्तियों को भोजन उपलब्ध कराने में प्लास्टिक का उपयोग हो रही है, जबकि प्लास्टिक के उपयोग के दुष्प्रभाव से हम सभी भलीभाँति अवगत हैं एवं उपायुक्त द्वारा भी पूर्व में क्वारांटिन सेंटर में भोजन उपलब्ध कराने में प्लास्टिक का उपयोग से बचने हेतु निदेश दिया गया था।
*चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार ही श्रमिकों को आवश्यकतानुसार क्वारांटिन सेंटर / होम क्वारांटिन भेजा जाएगा*
अप्रवासी मजदूर/छात्रों को क्वारांटिन सेंटर में रखने के संबंध में यह भी ध्यान रखेंगे कि रेड जोन से आनेवाले लोगो का स्वास्थ्य जाॅंच कर उन्हें क्वारांटिन सेंटर में रखकर चिकित्सक के परामर्श के अनुसार उनका सैंपल भेजना आवश्यक है तथा सैंपल नेगेटिव आने पर उन्हें होम क्वारांटिन हेतु भेजना है। इसी प्रकार ग्रीन जोन एवं आॅरेंज जोन से आने वाले लोगों का स्वास्थ्य जाँच कर उन्हें चिकित्सक के परामर्श के आलोक में आवश्यकतानुसार क्वारांटिन सेंटर / होम क्वारांटिन में भेजा जाना है।
*कार्यपालक पदाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी / अंचल अधिकारी समयांतराल पर करेंगे क्वारांटिन सेंटर का निरीक्षण*
उपायुक्त ने बताया कि संबंधित क्षेत्रीय पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि वे क्वारांटिन सेंटर की मूलभूत सुविधाओं जैसे साफ-सफाई, पेयजल, भोजन, समुचित प्रकाश व्यवस्था एवं शौचालय की सुव्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु अपने स्तर से जिम्मेवार पदाधिकारी/कर्मी की प्रतिनियुक्ति करेंगे एवं समय-समय पर संबंधित कार्यपालक पदाधिकारी/प्रखण्ड विकास पदाधिकारी/अंचल अधिकारी क्वारांटिन सेंटर का स्वयं निरीक्षण करेंगे एवं इससे संबंधित प्रतिवेदन उप विकास आयुक्त-सह-वरीय प्रभारी कोविड-19 को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।
*अनाधिकृत व्यक्तियों के साथ साथ बाहरी लोगों के क्वारांटिन सेंटर में जाने पर रहेगा प्रतिबंध*
*क्वारांटिन सेंटर में मूलभूत सुविधा मापदण्ड के अनुरूप नहीं पाये जानेे एवं शिकायत मिलने पर संबंधित दोषी पदाधिकारी के विरूद्ध होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई – उपायुक्त*
उपायुक्त जामताड़ा श्री गणेश कुमार(भा.प्र.से.) ने बताया कि सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया जा चुका है कि क्वारांटिन सेंटर में अनाधिकृत व्यक्तियों के साथ-साथ प्रवासी मजदूरों के परिवार वालों का प्रवेश भी प्रतिबंधित रहेगा, ताकि सामाजिक अलगाव (सोशल डिस्तांसिंग) का अनुपालन किया जा सके एवं कोविड -19 की संक्रमण बढ़ने की संभावना को रोका जा सके। अपितु क्वारांटिन सेंटर में मूलभूत सुविधा मापदण्ड के अनुरूप नहीं पाये जानेे पर एवं इससे संबंधित शिकायत प्राप्त होने की स्थिति में संबंधित पदाधिकारी के विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी।