प्रथम ऑनलाइन लोक अदालत से 1003 मामले का निष्पादन
विभिन्न बैंकों ने अपने ऋणी से तीन करोड़ 35 लाख पर समझौता किया
बेेेगूसराय /अजय शास्त्री
व्यवहार न्यायालय सहित सभी अनुमंडल न्यायालय में ऑनलाइन राष्ट्रीय लोक अदालत का सफल संचालन मोबाइल पर गूगल मीट के जरिए संपन्न हुई। जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद शमीम अख्तर ने आज सभी पीठों के पीठासीन पदाधिकारियों के साथ बैठक कर ऑनलाइन राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल संचालन के लिए धन्यवाद दिया। ऑनलाइन राष्ट्रीय लोक अदालत के पीठासीन पदाधिकारी रविंद्र सिंह, ठाकुर अमन कुमार, मो अनवर शमीम ,मुंशीलाल गौतम ,दीपक भटनागर ,धीरेंद्र कुमार राय ,धीरज कुमार मिश्रा, सितेश कुमार ने अपने प्रकोष्ठ में बैठकर ऑनलाइन सभी मामलों का निष्पादन दोनों पक्षों की सहमति के आधार पर किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव धीरेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 1003 मामले का निष्पादन किया गया। ऋणी से विभिन्न बैंकों ने लगभग 3 करोड़ 35 लाख पर समझौता किया। बिहार ग्रामीण बैंक ने 160 बकायेदारों से एक करोड़ 28 लाख पर समझौता किया वहीं यूको बैंक ने 337 बकायेदारों से 1 करोङ 27 लाख पर समझौता किया स्टेट बैंक ने 332 बकायेदारों से 36 लाख पर समझौता किया वही पंजाब नेशनल बैंक ने 87 बकायेदारों से लगभग 46 लाख पर समझौता किया।वहीं दुर्घटना बीमा दावा में पांच मामले में पीड़ित पक्ष को 22 लाख का मुआवजा दिया गया। समझौता योग्य अपराधिक मामले कुल 87 मामले का निष्पादन किया गया जिसमें मंझौल न्यायालय के तीन बलिया न्यायालय के 15 तेघरा न्यायालय के 7 मामले शामिल है ।जबकि बिजली विभाग द्वारा कुल 11 लाख की वसूली की गई। ऑनलाइन राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल संचालन में सरवर पदाधिकारी मोहम्मद अरमान फैजी, धर्मशील कुमार एवं न्यायालय कर्मी शहियार बाबू ,मनोज सिंह ,मनोहर प्रसाद लोक अदालत कर्मी �