नई दिल्ली. कृषि कानून को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ किसान लगातार सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे है. वहीं इस बीच पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक बयान में कहा है कि दिल्ली के सीमा पर जिस तरह से किसानों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा,उससे वे आहत है. इस बाबत उन्होंने मंगलवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. जिसमें किसान आंदोलन को लेकर व्यापक चर्चा की जाएगी.
बता दें कि गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत के नेतृत्व में एक बार फिर आंदोलन तेज हो गया है. उधर राकेश टिकैत के गांव में उनके भाई नरेश टिकैत ने महापंचायत बुलाई. जहां बीस हजार से भी ज्यादा किसान एकत्रित हुए. नरेश टिकेत ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में अजित सिंह को हराकर भारी भूल हो गई. उन्होंने कहा कि सरकार जिस तरह से किसानों की मांगों की उपेक्षा की है उससे सभी नाराज है.
माना जा रहा है कि पंजाब के सीएम ने जो सर्वदलीय बैठक बुलाई है उसमें किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने का प्रयास भी किया जाएगा. साथ ही उन्होंने इस बात पर भी बोल दिया कि पंजाब के किसानों को जिस तरह से दिल्ली बॉर्डर पर निशाना बनाया गया,उसकी वे कड़ी निंदा करते हंै. उन्होंने कहा कि आज किसानों को आंदोलन करने के कारण मूलभूत सुविधा से भी वंचित किया गया है. इस सरवर्दलीय बैठक में एक संदेश पंजाब के सभी दलों के तरफ से दिये जा सकते है. जिससे आंदोलन को और धार मिल सकता है.