नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले बीएसपी सुप्रीमो मायावती यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से आज मुलाकात करेंगी. शनिवार को ही मायावती और अखिलेश से आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री टीडीपी के नेता चंद्रबाबू नायडू ने मुलाकात की है. इसके पहले नायडू ने शरद पवार और शरद यादव से भी दिल्ली में मुलाकात की है. माना जा रहा है कि सरकार बनाने के लिए कांग्रेस अब यूपीए के बाहर गैर एनडीए दलों को भी मिलाकार सरकार बनाने की तैयारी कर रही है. गौरतलब है कि मायावती कई बार खुद को प्रधानमंत्री बनने की इच्छा जाहिर कर चुकी है और अखिलेश यादव को भी उनको पीएम बनाने के लिए हर तरह के समर्थन का वादा कर चुके हैं. अब देखने वाली बात यह होगी कि सोमवार को होने वाली मुलाकात में इन नेताओं के बीच क्या बातचीत होती है क्योंकि कांग्रेस नेता पहले ही कर चुके हैं कि वह किसी भी धर्मनिरपेक्ष गठबंधन की अगुवाई करने के लिए राजी हैं. मतलब साफ है कि पार्टी पीएम पद से कोई समझौता नहीं करना चाहती है. गौरतलब है कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती का रुख शुरुआत में तो कांग्रेस के खिलाफ काफी सख्त था. यहां तक कि उन्होंने सपा के साथ गठबंधन का ऐलान करते हुए कहा था कि वह कांग्रेस के साथ किसी भी तरह का गठबंधन नहीं करेंगी. इसके बाद कांग्रेस ने पहले तो उत्तर प्रदेश में सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर दिया. इसके बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने बीएसपी के एक प्रत्याशी को ही तोड़ लिया. कांग्रेस की ओर से मिले झटके के बाद मायावती ने मध्य प्रदेश में कमलनाथ को जारी समर्थन पर समीक्षा करने का ऐलान कर दिया.लेकिन इसके बाद फिर हालात तेजी से बदले और मायावती का रुख कांग्रेस को लेकर नरम होता गया और बीएसपी सुप्रीमो ने कांग्रेस के खिलाफ बयानबाजी नहीं की,विपक्षी पार्टियों का मानना है कि इस बार एनडीए बहुमत से काफी दूर रहेगा ऐसे हालात में यूपीए और बाकी दलों को मिलाकर संभवनाएं तलाशी जानी शुरू कर दी गई हैं.