कोरोना से जंग में डार्क हॉर्स साबित हो रहे हैं शिक्षक
उमानाथ सिंह
सरकार हों, नेता हों या फिर प्रेस मीडिया हों इस बात की चर्चा लगातार हो रही है कि पुलिस प्रशासन और डॉक्टर कोरोना शेर से लड़ने में लगे हुए हैं।
निश्चित रूप से अगर कोई जान जोखिम में डाल कर इस कोरोना से युद्ध लड़ रहा है तो उसकी प्रशंसा होनी चाहिए उनका हमें उत्सवर्धन करना चाहिए।
लेकिन इन सवों के बीच एक वर्ग ऐसा भी है जो बिना किसी शाबाशी के चुप चाप, निरंतर कोरोना से लड़ रहा है, जिसको न तो कोई विशेष सुविधाएं दी गई है और न ही उन्हें किसी तरह की बीमा भी की गई है और इनका उत्साहवर्धन करने वाला भी कोई नहीं है।
आप गौर किये होंगे, अभी तक किसी ने भी शिक्षकों की सराहना नहीं की है जबकि इस बीमारी के प्रारंभ से ही सर्वप्रथम सारे शिक्षक स्कूल खोलकर मुहल्ले- मुहल्ले,गांव-गांव में जाकर छात्रों के घर में चावल और राशि का वितरण किये। इस क्रम में कई शिक्षकों को पुलिस प्रशासन का दंश भी झेलना पड़ा ।
आज ये शिक्षक घर घर जाकर कोरोना का सर्वे कर रहे हैं इस सर्वे में जोखिम तो है ही बल्कि कहीं कहीं आम आवाम का कोपभाजन भी बनना पड़ रहा है।
ये शिक्षक हर खतरा हर जोखिम उठाकर नीव के ईँट की भांति निरंतर लगे हैं।
राष्ट्र संवाद ने इनके दर्द को समझा और कुछ शिक्षकों ने राष्ट्र संवाद से अपना दर्द भी साझा किया।
राष्ट्र संवाद भी यह महसूस किया कि आज शिक्षकों को देखने वाला कोई नहीं है सब अपना पीठ खुद थपथपा रहे हैं पर जो वास्तव में इस युद्ध से लड़ रहे है मेहनत कर रहा है उसको देखने वाला समझने वाला कोई नहीं है।
बिना किसी सुविधा के आज एक शिक्षक सुबह से शाम तक रेलवे स्टेशन हॉस्पिटल स्कूल और गांव के क्षेत्र में काम कर रहा है लेकिन इसकी सराहना कहीं नहीं हो रहा है ना तो कोई टीवी न्यूज़ में हो रही है और ना ही कोई कोई सरकार अथवा सरकार के मंत्री कर रहे हैं। जाहिर है हम शिक्षकों को कुछ दे नहीं सकते हैं तो कम से कम उनको सम्मान तो जरूर देना चाहिए जिनके वे हमेशा हकदार हैं।
इस बात को भी समझना पड़ेगा कि भारत आज आगे है तो इसमें शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान है अगर भारत जैसे देश में शिक्षकों को सम्मान नहीं मिले तो इससे दुखद बात हो ही नहीं सकती।
आज हमें ये भी सोचना पड़ेगा कि आखिरकार ऐसा क्यों हो रहा है।
राष्ट्र संवाद उन सभी गुरु जनों को नमन करती है जो इस कोरोना के जंग में निरंतर लगे हैं।।
शिक्षक के साथ साथ शिक्षा विभाग के उन सभी अधिकारी कर्मचारी को भी शुभकामनाएं देती है जो चुप चाप कोरोना से युद्ध में लगे है।
धन्यवाद।।