पटना: जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे पार्टियों के विचारधारा की लड़ाई सीट की संख्या पर सिमटी दिख रही है. कल तक 143 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की घोषणा करने वाली लोजपा असल में 36 के आंकड़े पर उलझी हुई है. पार्टी सूत्रों की मानें तो लोक जनशक्ति पार्टी की मांग 42 सीटों की है, लेकिन पार्टी ने कम- से -कम 36 सीट पर अपना खूंटा ठोक दिया है. पार्टी किसी भी सूरत में इससे कम सीटों पर एनडीए के साथ चुनाव लड़ने पर राजी नहीं है.
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से 20 स्वेच्छा की सीटों की मांग
इसके अलावा पार्टी के आलाकमान भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से 20 स्वेच्छा की सीटों की मांग कर रहे हैं. पार्टी के अनुसार चिराग पासवान जिन सीटों 20 सीटों को कहें, उससे एनडीए स्वीकार करे और 16 अन्य सीटें एनडीए के नेता तय करें.
केवल 12 सीटें देना चाहता है एनडीए
लोजपा के सूत्रों की मानें तो बुधवार को पार्टी के पूर्व व वर्तमान सांसदों की बैठक से पहले मंगलवार की रात को चिराग पासवान की मुलाकात भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई थी. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच काफी लंबे समय तक सीट बंटवारे को लेकर चर्चा हुई. सूत्रों की मानें तो भाजपा की ओर से लोजपा को कुल 27 सीट देने का ऑफर दिया जा रहा है. इनमें 12 सीटें लोजपा की मनमर्जी वाली होंगी. शेष सीटें गठबंधन की बैठकों में तय होगा.
गुत्थी सुलझने में थोड़ा और वक्त
लोजपा में सीट बंटवारे की गुत्थी सुलझने में अभी थोड़ा और वक्त लगेगा. चिराग अपने स्तर से फैसला लेने से पहले एक बार पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड भी आयोजित करेंगे. पार्टी दबाव की राजनीति को अंतिम दम तक भुनाना चाहती है.
इन 20 सीटों पर है लोजपा की नजर
लालगंज, गोविंदगंज, बक्सर, तरारी, नाथनगर, कहलगांव, बछवारा, बखरी, बरबीघा, हिलसा, सिमरी बख्तियारपुर, गायघाट , बाराचट्टी,रोसड़ा,मांझी, फतुहा, सासाराम, मीनापुर, जमुई, सिकंदरा.