लंदन: लॉकडाउन की वजह से इस समय पूरी दुनिया में क्रिकेट की गतिविधियां बंद हैं. इसके बावजूद इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) की एंटी करप्शन यूनिट के प्रमुख एलेक्स मार्शल ने क्रिकेटरों को मैच फिक्सरों और भ्रष्टाचारियों से सतर्क रहने को कहा है. ये मैच फिक्सर सोशल मीडिया पर खिलाडिय़ों की बढ़ती उपस्थिति के चलते उनसे संपर्क करने की कोशिश कर सकते हैं.15 मार्च को हुए पाकिस्तान सुपर लीग के मैच के बाद से क्रिकेट में कोई स्पर्धात्मक मैच नहीं हुआ है. कोरोना वायरस की वजह से दुनिया के अधिकांश देशों में लॉकडाउन चल रहा है और क्रिकेटर घरों पर रहने को मजबूर हैं.उन्होंने कहा, लॉकडाउन के कारण खिलाड़ी सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा एक्टिव हैं, इसके चलते मैच फिक्सर उनसे संबंध बनाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि बाद में उनका गलत उपयोग कर सकें. कोरोना वायरस की वजह से अभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट इवेंट्स बंद हैं, लेकिन मैच फिक्सर और सट्टेबाज सक्रिय हैं.
इसलिए ऐसा मानना गलत है कि क्रिकेट बंद होने की वजह से सट्टेबाजों के एप्रोच में कमी आई होगी. कोरोना वायरस की वजह से सभी जगह इस समय क्रिकेट बंद है और अभी यह साफ नहीं है कि इसकी गतिविधियां वापस कब चालू होगी. मार्शल ने कहा, हमने अपनी सभी सदस्यों, क्रिकेटरों और उनके नेटवर्क से बात की, ताकि उन्हें इस बारे में सावधान किया जा सके. उन्हें सट्टेबाजों द्वारा किए जाने वाले एप्रोच के प्रति सावधान रहना होगा.
आईसीसी के एसीयू प्रमुख ने कहा कि मैचों के नहीं होने की वजह से आय में होने वाली कमी की वजह से खिलाड़ी इस सट्टेबाजों के जाल में फंस सकते हैं. इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड के जेस्स पेमोंट ने कहा, हर विपदा के समय कोई न कोई उसका लाभ उठाने के लिए तैयार बैठा होता है. हमें आश्वस्त रहना होगा कि हमारे क्रिकेटर इस दबाव को सहन करेंगे और गलत राह पर नहीं चलेंगे. यह अपने सिस्टम की क्षमता को दिखाने का सही वक्त है.