अंबा के कमारपाड़ा स्थित दूर्गा मंदिर।
✍निजाम खान
बागडेहरी(जामताड़ा): अंबा कमारपाड़ा के दूर्गा मंदिर में लगभग दो सौ वर्षों से पूजा हो रही है।यहां पूजा के लिये पूजा कमेटी के सदस्यों द्वारा विशेष तैयारी की गयी है।इस मंदिर की इतिहास भी काफी पूरानी बतायी जा रही है।कुंडहित के भाजपा बीस-सुत्री प्रखंड अध्यक्ष सह समाजसेवी प्रदीप पैतंडी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिलांतर्गत राजनगर के वीर राजा ने इस मंदिर को स्थापित किया था।राजा ने दौ सौ वर्ष पूर्व इस मंदिर का दायित्व सालदाहा गांव के मिश्रा परिवार को सौपा।मिश्रा परिवार ने लगभग एक सौ वर्ष तक मंदिर की देखरेख कर पूजा अर्चना करने का दायित्व संभाला।पैतंडी ने कहा मिश्रा परिवार के एक सौ वर्ष देखरेख के पश्चात् आजतक एक सौ वर्षों से अंबा के कर्मकार परिवार के लोग पूजा का दायित्व संभाल रहे है।पैतंडी ने कहा कि इस मंदिर में सप्तमी,अष्टमी व नवमी के दिन बकरें की बली दी जाती है।कहा कि सालदाहा के मिश्रा परिवार आज भी परंपरागत तरीके से सप्तमी के दिन बकरे की बली चढ़ाते है।