चेरियाबरियारपुर ,बेगूसराय :नई शिक्षक नियमावली में संशोधन एवं पूर्व से नियोजित शिक्षकों को बिना शर्त राज्यकर्मी की दर्जा के मांग को लेकर पटना में 31 मई को धरना-प्रदर्शन के लिये आदेश नहीं देने पर आक्रोशित शिक्षकों ने प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर बिहार सरकार के तानाशाही रवैया के खिलाफ बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ चेरियाबरियारपुर इकाई के बैनर तले सरकार विरोधी नारे लगाकर एवं अर्थी जुलूस निकालकर समर्थन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया । मौके पर प्रखंड अध्यक्ष डॉ मोहन कुमार ने कहा कि बिहार सरकार की तानशाही रवैया चरम पर है। सरकार ने बल पूर्वक 31 मई को पटना में आयोजित धरना प्रदर्शन कार्यक्रम पर रोक लगा दिया, संघ को मुख्यमंत्री को घेरने की अनुमति नहीं दी गई। संघ सरकार के इस तानाशाही रवैये की तीखी भर्त्सना करता है। 10 अप्रैल को अध्यापक नियुक्ति नियमावली आने के बाद 11 अप्रैल को सभी प्रखंड मुख्यालय में नियमावली को जलाकर विरोध प्रकट किया गया। 12 अप्रैल को मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री का पुतला दहन किया गया। लगातार महागठबंधन के विधायकों एवं विधान पार्षदों का घेराव लगातार जारी है। 1 मई को सभी 38 जिला मुख्यालयों में प्रतिरोध मार्च निकालकर प्रदर्शन किया गया। पुनः 25 मई को जिला मुख्यालय में आक्रोश पूर्ण धरना प्रदर्शन किया गया। संघ चरणबद्ध आन्दोलन के तहत 31 मई को पटना में सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का घेराव करने का निर्णय लिया था परन्तु लोकतंत्र की हत्यारी सरकार ने 31मई को पटना में संघ को आन्दोलन करने की अनुमति नहीं दिया तथा शिक्षकों को पटना आने पर बलपूर्वक रोक लगा दिया । संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू ने 31 मई को राज्य के सभी प्रखंडों में मुख्यमंत्री का पुतला दहन करने का निर्णय लिया जिसके आलोक सूबे के सभी प्रखंड मुख्यालयों पर तानाशाह मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री का पुतला दहन किया गया । सरकार के द्वारा अध्यापक नियुक्ति नियमावली में संशोधन कर वर्तमान में कार्यरत सभी शिक्षकों को राज्यकर्मी के रूप में समायोजन करने तक आन्दोलन जारी रहेगा।
मौके पर जिला सचिव संजीव कुमार,प्रखंड सचिव राजेंद्र प्रसाद,
मनीष झा सुभाष मिश्रा, दिवाकर कुमार,मनोज कुमार, विजय यादव, तरूण भारती, इंद्रमणि , प्रमोद कुमार,अवधकिशोर यादव, मो० सिकन्दर शिक्षिका बेबी कुमारी, प्रियंका कुमारी, खुशबू कुमारी रेखा पासवान,उषा कुमारी रीना कुमारी सहित अन्य मौजूद थे।