चन्दन शर्मा की रिपोर्ट
पटना,बिहार:ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन(AISF) बिहार राज्य परिषद के आह्वान पर दो दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम के तहत शनिवार को पहला दिन मार्क्सवादी चिंतक कॉमरेड जब्बार आलम के उद्घाटन से शुरू हुआ।
इस प्रशिक्षण शिविर में राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर के प्रिंसिपल कॉमरेड अनिल राजिमवाले और एआईएसएफ के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड विजेंद्र केशरी बतौर प्रशिक्षक भाग ले रहे हैं।बतौर प्रशिक्षक पार्टी सेंट्रल स्कूल के प्रिंसिपल कॉमरेड अनिल राजिमवाले ने कहा कि वर्तमान समय में जो देश की परिस्थिति है लोग शिक्षा और वैज्ञानिकता से दूर हो रहे हैं और आडंबर के आकंठ में डूबते जा रहे हैं।
उस वक्त हमारे देश के अंदर मार्क्सवादी विचारधारा की जरूरत है।
उन्होंने मार्क्सवादी दर्शन के 3 अवयवों की चर्चा की और कहा कि दुनिया के विकास में विज्ञान की भूमिका है। धर्म शास्त्रों में भी कृषि की बातों की चर्चा है क्योंकि उस समय का समाज सिर्फ खेती करना ही जानते थे। आदिमानव के द्वारा खोजे गए अविष्कार जैसे आग,पहिया इत्यादि का मानव जगत के विकास में महती भूमिका रही है।
कॉमरेड जब्बार आलम ने कहा कि विचारधारा की प्राथमिकता समाज के लिए और समाज के लिए महत्वपूर्ण है।दुनिया में कई तरह के विचार हैं, मार्क्सवाद का विचार सबसे आधुनिक और वैज्ञानिक द्वारा इसके द्वारा विश्व को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखते और समझ सकते हैं। बतौर शिक्षक संगठन के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव विजेंद्र केसरी ने कहा कि ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के बिहार भर के साथियों को भगत सिंह,राजगुरु,सुखदेव,अशफाक उल्ला खान के विचारों और आदर्शों से लैस होकर संघर्ष के मैदान में उतरने की जरूरत है इसी मकसद से उन्हें प्रशिक्षण देने के लिए राज्य स्तरीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। वहीजानकारी देते हुए ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के राज्य अध्यक्ष अमीन हमजा ने कहा कि हमारा संगठन जुलाई माह में अपना राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन मुजफ्फरपुर में करेगा इसीलिए पूरे बिहार भर के छात्रों को छात्र हितों चलिए संघर्ष का शंखनाद करने के लिए इस तरह का प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करेगा।
प्रशिक्षण शिविर के दौरान छात्रों का मॉनिटर के रूप में कंचन कुमार सर्वसम्मति से चुने गए
प्रशिक्षण शिविर के दौरान ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के राज्य संयुक्त सचिव राहुल यादव, राज्य कार्यकारिणी सदस्य पुष्पेंद्र शुक्ला, सबीना खातून,सोनाली कुमारी,हसमत बालाजी,प्रकाश कुमार,अविनाश कुमार,सुधीर कुमार शहीद पटना विश्वविद्यालय मगध विश्वविद्यालय गया, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा, बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर
सहित बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालय के छात्र उपस्थित थे।