स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता का जिस तरह फर्जी एफआईआर फिर वायरल हुआ वह चरित्र हनन का प्रकाष्ठा है
देवानंद सिंह
राष्ट्र संवाद नजरिया : तुनुकमिजाजी में राजनीति होनी चाहिए परंतु चरित्र हनन नहीं। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का जिस तरह फर्जी एफआईआर फिर वायरल हुआ वह चरित्र हनन का प्रकाष्ठा है
राजनीतिक प्रतिद्वंदिता भी उतनी अच्छी लगती है, जितनी उसकी सीमा होती है, लेकिन जिस तरह स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर पहले रेप की फर्जी एफआईआर हुई और फिर वह वायरल हुई, वह तो चरित्र हनन का प्रकाष्ठा है। बन्ना गुप्ता की लोकप्रियता जिस तरह बढ़ रही है, निश्चित तौर यह विरोधियों की एक बहुत बड़ी खीझ है, जो चुनाव के नजदीक आते ही एक बार फिर फन फैलाने लगी है, लेकिन जिस तरह इस फर्जी कोशिश का पर्दा फांस हुआ है, निश्चित ही ऐसे सभी चेहरे बेनकाब होंगे, जो एक स्वच्छ छवि वाले राजनेता को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। ऐसे लोग, निश्चित तौर आने वाले दिनों में सलाखों के पीछे होंगे।
एफआईआर कॉपी में मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. मामला सामने आने के बाद रांची पुलिस फेक एफआईआर वायरल करने वाले की तलाश में जुट गई है. रांची के सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि यह मामला पूरी तरह से फर्जी है. जिस किसी के द्वारा यह कृत्य किया गया है, उसकी पहचान कर उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
रांची के सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि सिटी एसपी कार्यालय का फर्जी मोहर का इस्तेमाल कर एक फर्जी एफआईआर कॉपी का इस्तेमाल किया गया है. पूरा मामला ही फर्जी है. इस मामले की जांच की जा रही है. साथ ही आरोपी को चिन्हित करने के लिए पुलिस की छानबीन जारी है