सीआरपीएफ 26 बटालियन के सेकंड कमांडिंग ऑफिसर एम प्रबो सिंह के पार्थिव शरीर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम सलामी
राष्ट्र संवाद संवाददाता
राम गोपाल जैना
सरायकेला:चाईबासा के जंगल में नक्सली ड्यूटी के दौरान शहीद हुए सीआरपीएफ 26 बटालियन के सेकंड कमांडिंग ऑफिसर एम प्रबो सिंह के पार्थिव शरीर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ शुक्रवार को अंतिम सलामी दी गई. आदित्यपुर स्थित सीआरपीएफ 157 बटालियन मुख्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में झारखंड पुलिस एवं सीआरपीएफ के सभी वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे. जहां पूरे सम्मान के साथ शहीद एम प्रबो सिंह को अंतिम विदाई दी गई. इससे पूर्व मणिपुर से पहुंचे शहीद की पत्नी एवं बेटे ने भी नाम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की. आपको बता दे कि गुरुवार को हुए वज्रपात की चपेट में आकर सीआरपीएफ 26 बटालियन के सेकंड कमांडिंग ऑफिसर एम प्रबो सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी. जबकि तीन अन्य जवान घायल हुए थे जिन्हें एयरलिफ्ट कर रांची ले जाया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है. श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में मुख्य रूप से सरायकेला उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला, झारखंड पुलिस के एडीजी संजय आनंद लाठकर, आईजी अभियान अमोल वेणुकांत होमकर, झारखंड सीआरपीएफ चैप्टर के आईजी साकेत कुमार सिंह, जगुआर डीआईजी अनूप बिरथरे, इंद्रजीत महथा, कोल्हान डीआईजी मनोज रतन चौथे, जमशेदपुर एसएसपी किशोर कौशल, चाईबासा एसपी आशुतोष शेखर, सरायकेला एसपी मुकेश कुमार लुनायत, जमशेदपुर ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग सहित तमाम पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान आईजी ऑपरेशन आईजी अमोल वेनुकांत होमकर ने कहा कि यह एक प्राकृतिक आपदा है. पुलिस एवं सीआरपीएफ जवानों का मनोबल काफी ऊंचा है. झारखंड में नक्सलवाद समाप्ति की ओर है. डीजीपी की अगुवाई में झारखंड पुलिस लगातार नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार किए हुए हैं. जल्द ही झारखंड से नक्सलवाद का खत्म हो जाएगा. सलामी के बाद शहीद का शव पूरे राजकीय सम्मान के साथ परिजनों को सौंप दिया गया.