मंझौल,बेगूसराय. वर्षों से अर्द्धनिर्मित अनुमंडलीय अस्पताल में ईलाज हेतु क्षेत्र के लोगों का सपना जल्द ही पूरा होने वाला है. कुछ देर से ही सही लेकिन स्वास्थ्य के क्षेत्र में लचर व्यवस्था से लोगों को मुक्ति मिलने का रास्ता लगभग साफ हो गया है. जानकारी के अनुसार लगभग 15 साल से निर्माणाधीन अवस्था में पड़े 75 बेड बाले अनुमंडलीय अस्पताल मंझौल के के शेष कार्य को पूरा करने की कवायद तेज हो गई है. दरअसल निर्माणाधीन मंझौल अनुमंडलीय अस्पताल के शेष कार्यों को पूरा करने के लिए भवन प्रमंडल कार्यपालक अभियंता बेगूसराय के द्वारा जुलाई 2023 में निविदा आमंत्रित की गई है. उक्त निविदा के अनुसार पहुंच पथ, परिसर विकास, चहारदीवारी निर्माण, अग्निशमन व्यवस्था, विद्युतीकरण कार्य सहित अन्य कार्य किया जायेगा. यह काम निविदा के बाद एक साल में पूरा हो जायेगा.
चुनाव के समय प्रत्याशियों के समक्ष लोगों ने रखी थी अस्पताल चालू कराने की मांग
अनुमंडलीय अस्पताल मंझौल का शिलान्यास वित्तीय वर्ष 2006-07 में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री चंद्रमोहन राय के द्वारा किया गया था. लगभग 75 से 80 फ़ीसदी कम होने के बाद अचानक इसके निर्माण पर ग्रहण लग गया. समीक्षा के बाद अस्पताल के बजट को बढ़ाया भी गया. लेकिन इसके बावजूद अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका. वहीं चुनाव के समय लोगों ने प्रत्याशियों के के सामने इस मुद्दा को जोर-शोर से उठाया था. तब उस समय प्रत्याशी के रूप में विधायक श्री महतो ने लोगों को जीत के बाद अस्पताल चालू करवाने का आश्वासन दिया गया था. जो अब पूरा होता दिख रहा है. स्थानीय विधायक राजवंशी महतो ने विधानसभा में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय एवं वर्तमान उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के सामने सदन में आवाज़ भी उठाया था. साथ ही उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर अस्पताल निर्माण अधूरा रहने के कारण लोगों को इलाज के लिए जिला मुख्यालय जाने आने में होने कठिनाइयों से अवगत कराया गया था. तथा 17 मार्च 2023 को सदन में स्वास्थ्य मंत्री से मंझौल अनुमंडल अस्पताल के बारे में तारांकित प्रश्न पूछा था. जिसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने विहित प्रक्रिया अनुसार अस्पताल के शेष कार्य को पूरा करने का आश्वासन दिया था. उक्त बाबत विधायक श्री महतो ने बताया कि अस्पताल के बचे हुए काम को पूरा करने के लिए माननीय उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन के बाद अब निविदा भी निकाल दी गई है. बहुत जल्द मंझौल अनुमंडल के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिये जिला मुख्यालय जाने से मुक्ति मिल जाएगी.
वर्तमान में बिल्डिंग हुआ अतिक्रमित और जर्जर, बना जुआरियों का अड्डा
विदित हो कि सालों से बेकार पड़े निर्माणाधीन बिल्डिंग की दीवारें अब दड़कने लगी है. साथ ही साथ स्थानीय लोग इसका प्रयोग शौचालय के रूप में कर रहे हैं. अंदर मल-मुत्रों का अंबार लगा हुआ है. वहीं कुछ हिस्से पर स्थानीय लोगों का अतिक्रमण भी हो चुका है. जिसमें लोग अपने घरेलू सामान सहित अन्य सामानों को रखने का कार्य कर रहे हैं. स्थानीय लोगो की माने तो वर्तमान में अर्द्धनिर्मित भवन जुआरियों और नशेड़यों का अड्डा बन चुका है. तथा कई प्रकार के गलत काम करने वालों के लिए यह अस्पताल अब शेफजोन बना हुआ है.