ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सशक्तिकरण की परिकल्पना अब ले रही आकार सामुदायिक निवेश प्राप्त SHG की संख्या में छह गुना वृद्धि स्वयं सहायता समूहों को प्राप्त चक्रीय निधि में ढाई गुना एवं सामुदायिक निवेश की राशि में चार गुना वृद्धि
कैमरे की आंखों से दिखाएं झारखण्ड और जीतें 57 लाख रूपये तक के पुरस्कार
झारखण्ड पर्यटन फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी प्रतियोगिता 2022 का हुआ आगाज
रांची
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सशक्तिकरण की परिकल्पना अब धीरे- धीरे आकार ले रही है। इसके लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर जहां एक ओर ग्रामीणों के अनुरूप योजनाओं का सृजन हो रहा है, वहीं दूसरी ओर, सखी मंडल की महिलाओं की आजीविका समृद्धि हेतु उन्हें मजबूत आधार मिलने लगा है। विगत तीन वर्ष में इसके लिए अथक प्रयास हुए, जिसका प्रतिफल है कि सामुदायिक निवेश प्राप्त स्वयं सहायता समूहों की संख्या में छह गुना वृद्धि दर्ज की गई है। 2012 से 2019 तक की अवधि में ऐसे समूहों की संख्या 31,496 थी, जबकि 2020 दिसंबर माह के बाद से अबतक इसकी संख्या 1,83,451हो गई। 2019-20 में 304, 2020-21 में 80,299, 2021-22 में 72051 एवं 2022-23 में अबतक यह संख्या 30,797 दर्ज की गई है।
सामुदायिक निवेश और चक्रिय निधि की राशि में भी वृद्धि
दिसंबर 2019 से लेकर अबतक सिर्फ सामुदायिक निवेश प्राप्त स्वयं सहायता समूहों की संख्या में ही वृद्धि दर्ज नहीं हुई है, बल्कि स्वयं सहायता समूहों को प्राप्त चक्रीय निधि और सामुदायिक निवेश की राशि में भी वृद्धि हुई है। चक्रीय निधि के तहत स्वयं सहायता समूहों को 2012-19 के बीच 12437.1 लाख रूपये निर्गत हुए, वहीं विगत तीन वर्ष में दिसंबर 2019 से अबतक 27,949.9 लाख रूपये प्राप्त हुए।
इस तरह करीब ढाई गुना अधिक राशि तीन वर्ष में विभिन्न समूहों को निर्गत किया गया। 2012-2019 तक 12437.1 रूपये निर्गत हुए। जबकि 2019-20 में 3560.4 लाख, 2020-21 में 17684.73 लाख, 2021-22 में 3542.59 लाख एवं 2022-23 में 3162.18 लाख रूपये चक्रिय निधि के तहत स्वयं सहायता समूहों के बीच अबतक वितरित किया गया है।
सामुदायिक निवेश की राशि की में भी चार गुना वृद्धि विगत तीन वर्ष में आई है। 2012 से 2019 तक 20524.48 लाख रूपये सामुदायिक निवेश के तहत प्रदान किया गया था। वहीं, दिसंबर 2019 से अबतक 86,816.52 लाख रूपये स्वयं सहायता समूहों को दिया गया। इस तरह 2019-20 में 152 लाख, 2020-21 में 36,367.67 लाख, 2021-22 में 34,378.6 लाख एवं 2022-23 में 15,918.25 लाख रूपये सामुदायिक निवेश के तहत स्वयं सहायता समूहों को निर्गत हुआ
कैमरे की आंखों से दिखाएं झारखण्ड और जीतें 57 लाख रूपये तक के पुरस्कार
झारखण्ड पर्यटन फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी प्रतियोगिता 2022 का हुआ आगाज
रांची
फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का शौक रखने वालों के लिए सुनहरा अवसर। कैमरे के लेंस और अपने विजन के जरिए दिखाएं झारखण्ड की परंपरा, कला, संस्कृति, प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिक स्थल, नृत्य एवं अन्य गतिविधियां और जीते 57 लाख रूपये तक के रोमांचक पुरस्कार। 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक आयोजित इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान के लिए एक लाख रूपये, द्वितीय स्थान के लिए 75 हजार एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले को 50 हजार रूपये पुरस्कार स्वरूप दिए जायेंगे। वहीं प्रत्येक श्रेणी में 20 हजार रूपये के समेकित पुरस्कार भी शामिल हैं। विजेताओं का चयन उनके सोशल मीडिया पोस्ट पर व्यूज लाइक के आधार पर किया जाएगा।
ये होगा अनिवार्य
फोटो और वीडियो जमा करने का मानदंड एचडी फोटोग्राफ जेपीजी प्रारूप में न्यूनतम 10 एमबी से अधिकतम 50 एमबी तक होनी चाहिए। वहीं वीडियो कम से कम एक मिनट से अधिकतम दो मिनट 30 सेकेंड का होना चाहिए। वहीं रील या शॉर्ट वीडियो की अवधि 30 सेकेंड की होगी। प्रतिभागी एक या अधिकतम चार फोटोग्राफ अपलोड कर सकते हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए फोटोग्राफी के तहत धार्मिक पर्यटन स्थल, पर्व – त्यौहार, पारंपरिक मेले, प्राचीन स्थल और स्मारक, नृत्यकला, दर्शनीय सौंदर्य और परिदृश्य को शामिल किया गया है। वहीं वीडियोग्राफी श्रेणी में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यूट्यूब के लिए भी उपरोक्त विषयों को समाहित किया गया है। रील और शॉर्ट वीडियो के लिए प्रतिभागी इन्हीं विषयों पर अपने हुनर का प्रदर्शन कर सकेंगे। अधिक जानकारी और पंजीकरण के लिए कृपया देखें – www.tourism.jharkhand.gov.in