उप स्वास्थ्य केंद्र पर लगा रहता है ताला, लोगों को नहीं मिल रहा इलाज
बहरागोड़ा प्रखण्ड के पाथरी पंचायत के बामडोल गांव में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र तो खोले गए हैं। लेकिन इन स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में लोगों को इलाज के लिए लोगों को निजी चिकित्सालय क्लीनिकों पर या जिला स्तर पर,राज्य के बाहर अस्पताल में जाना पड़ता है। उप स्वास्थ्य केंद्रों पर कहने को तो यहां 24 घंटे एएनएम और इलाज की सुविधा मिलना है, लेकिन ताला नहीं खुलने से ग्रामीणों को विकासखंड के उप स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज की सुविधा नहीं मिल रही है।
ग्रामीणों ने कहा- लापरवाही बरत रहे केंद्र पर पदस्थ कर्मचारी
ग्रामीणों का कहना है कि उपस्वास्थ्य केंद्र पर पदस्थापित नहीं होने के कारण लोगों को समय पर इलाज नहीं मिलता है। तो वहीं छोटी-मोटी बीमारियों को ग्रामीणों को दवा तक उपलब्ध नहीं हो पाती है। ऐसे ही हालात में उपस्वास्थ्य केंद्र नाम का बना हुआ है। इन गांवों के उप स्वास्थ्य केंद्रों पर आए दिन ताला लटका दिखाई देता है। क्षेत्र की करीब हजार आबादी को यहां स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। यहां ग्रामीणों ने बताया कि सीएचओ मर्जी अनुसार आते हैं, कभी एक घंटे तो कभी दो घंटे रुकने के बाद चले जाते हैं।
कभी-कभी तो स्वास्थ्य केंद्र खुलता ही नहीं है। बाकी दिनों में केंद्र पर ताला दिखाई देता है अन्य सहिया कर्मी की बैठक,स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी सिर्फ टीकाकरण करने के लिए उपस्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचती हैं। जिससे गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण तो हो जाते हैं लेकिन बाकी के दिनों में इलाज नहीं मिल पाता है। ग्रामीणों ने बताया इलाज कराने के लिए बहरागोड़ा सरकारी हॉस्पिटल साथ राज्य के बाहर बारीपदा,गोपीवालबपुर आदि स्थानों पर लिए जाना पड़ता है। जिसमें पैसा और समय दोनों खर्च होते हैं।