नई दिल्ली. भारतीय जिम्नास्ट दीपा कर्माकर को इंटरनेशनल जिम्नास्टिक्स फेडरेशन की वेबसाइट पर सस्पेंड खिलाड़ी के तौर पर दिखाया गया है. इस घटना से भारतीय जिम्नास्टिक्स संघ हैरान है. उसका कहना है कि दीपा कर्माकर कब और कैसे सस्पेंड हुई इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं मिली. इंटरनेशनल जिम्नास्टिक्स फेडरेशन की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, केवल 28 साल की दीपा ही सस्पेंड हैं. बाकी सभी भारतीय जिम्नास्ट को एक्टिव के तौर पर दर्शाया गया है. वेबसाइट पर दीपा की बायोग्राफी का जो सेक्शन है वहां पर भी उन्हें सस्पेंड ही लिखा हुआ है. यह साफ नहीं हो पाया है कि सस्पेंड का मतलब क्या है.
दीपा कर्माकर 2016 रियो ओलिंपिक में वॉल्ट इवेंट में शानदार प्रदर्शन के जरिए चर्चा में आई थी. तब वह चौथे नंबर पर रही थीं. 2019 के बाद से उन्होंने किसी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लिया है. वह चोटों से जूझ रही हैं. इसी वजह से 2020 टोक्यो ओलिंपिक के लिए भी क्वालिफाई नहीं कर पाई थीं.
जिम्नास्टिक फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट सुधीर मित्तल ने इस बारे में पीटीआई को बताया, ‘हमें दीपा के सस्पेंशन को लेकर इंटरनेशनल जिम्नास्टिक्स फेडरेशन से कोई जानकारी नहीं मिली. मुझे नहीं पता कि क्या वजह है या क्या सच्चाई है. कोई बातचीत नहीं हुई है इसलिए इंतजार करते हैं. बिना इंटरनेशनल जिम्नास्टिक्स फेडरेशन से बातचीत के मैं कोई कमेंट नहीं कर पाऊंगा.’ वहीं दीप कर्माकर और उनके कोच बिश्वेश्वर नंदी से बातचीत नहीं हो सकी.
भारतीय जिम्नास्टिक संघ के एक दूसरे अधिकारी ने बताया कि सस्पेंड का स्टेटस किसी अन्य वजह से हो सकता है. इसके डोपिंग से नाता नहीं है. उन्होंने कहा कि यह अनुशासन से जुड़ा मामला हो सकता है. सस्पेंशन का मतलब हर बार डोपिंग से जुड़ा नहीं होता है. इंटरनेशनल जिम्नास्टिक्स फेडरेशन की वेबसाइट पर दीपा कर्माकर का नाम एंटी डोपिंग वाले सेक्शन में नहीं है. यहां पर आखिरी बार सितंबर 2021 में जानकारी अपडेट हुई थी.