नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी और I.N.D.I.A गठबंधन के उसके सहयोगी दलों ने सोनिया गांधी को अयोध्या में आयोजित होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने को हरी झंडी दे दी। न्यूज वेबसाइट एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से खबर दी कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की तरफ से कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल होने 22 जनवरी को अध्योध्या आने का न्योता मिला तो बड़ी उहापोह की स्थिति पैदा हो गई जिस पर नए इंडिया गठबंधन में गहन मंथन हुआ। सूत्रों के मुताबिक, सभी पहलुओं पर चर्चा के बाद तय हुआ कि सोनिया गांधी को अयोध्या जाना चाहिए। मंथन बैठक में मुस्लिम लीग भी शामिल थी और आगामी चुनावों पर संभावित असर को लेकर तरह-तरह से आकलन हुए।
सोनिया के साथ खरगे और अधीर को भी न्योता
पूर्व के संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की चेयरमैन सोनिया गांधी के साथ-साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या में आयोजित होने वाले भव्य समारोह में आमंत्रित किया गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पहले कहा था कि या तो सिर्फ सोनिया गांधी या उनके नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल अयोध्या में मौजूद होंगी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का उद्घाटन करेंगे। एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से लिखा, ‘कांग्रेस ने यह फैसला राजनीतिक रूप से बेहद संवेदनशील इस मुद्दे पर इंडिया गठबंधन के अपने सहयोगियों के साथ विस्तृत बातचीत के बाद किया जिसमें मुस्लिम लीग भी शामिल है।’
जाने या नहीं जाने के असर का हुआ आकलन
माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने गठबंधन सहयोगियों को समझाया कि कैसे अयोध्या में समारोह का बहिष्कार करना चुनावी नजरिए से बहुत घातक साबित हो सकता है। हालांकि, कांग्रेस को यह डर भी सता रहा है कि कहीं सोनिया के राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने से मुसलमान बिदक न जाएं। लेकिन दूसरा डर यह है कि अगर अयोध्या नहीं गए तो बीजेपी को वॉक ओवर मिल जाएगा और वो कांग्रेस ही नहीं, पूरे विपक्षी गठबंधन को हिंदू और भारतीय संस्कृति का विरोधी बताकर चुनावों में इस मुद्दे को खूब भुनाएगी।
रअसल, राम मंदिर की संरक्षक संस्था राम जन्भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास 22 जनवरी, 2024 को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल होने 8,000 माननीयों को अयोध्या आने का न्योता भेजा है। इनमें साधु-संतों से लेकर फिल्म एवं राजनीति जगत तक की प्रमुख हस्तियां शामिल हैं। बीजेपी विरोधी दलों को न्योता मिलने से विपक्ष में खलबली मच गई कि आखिर वो करें तो क्या? उन्हें कार्यक्रम में शामिल होने या दूर रहने का बराबर खतरा महसूस हो रहा है।