मध्यप्रदेश को कोरोना संकटकाल से बचाने के लिए अब सिर्फ रेड व ग्रीन जोन ही होगें. रेड जोन के कंटेनमेंट एरिया में किसी तरह की गतिवधियां शुरू नहीं होंगी. ग्रीन जोन में सभी तरह की गतिविधियां शुरू की जा रही हैं. इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, बुराहानपुर, खंडवा और देवास रेड जोन में हैं. प्रदेश के बाकी के जिले ग्रीन जोन में हैं. यहां गतिविधियां आम दिनों की तरह सोशल डिस्टेंसिंग के साथ शुरू हो सकेंगी.मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि प्रदेश में लॉकडाउन-04 अलग स्वरूप में है. इसके स्वरूप के संबंध में मध्यप्रदेश की जनताए सभी वर्ग, जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट समूह से प्राप्त सुझावों के अनुसार निर्णय लिया गया है. प्रदेश में लॉकडाउन-04 के अंतर्गत सभी जिलों को दो जोन रेड एवं ग्रीन में बांटा गया है. सभी संक्रमित क्षेत्रों में विशेष प्रतिबंध जारी रहेंगे
कंटेमनमेंट क्षेत्रों में प्रतिबंध जारी रहेंगे-
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लॉकडाउन.04 के दौरान सभी कन्टेनमेंट क्षेत्रों में विशेष प्रतिबंध जारी रहेंगे तथा केवल अत्यावश्यक गतिविधियों की अनुमति होगी. इस जोन के भीतर और बाहर लोगों का आना-जाना प्रतिबंधित रहेगा, केवल मेडिकल इमरजेंसी और आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति की जा सकेगी. कंटेनमेंट एरिया में उद्योग संचालित नहीं होंगे परंतु इनके बाहर सभी स्थानों पर उद्योग संचालित किये जा सकेंगे.
इन सभी पर रहेगा प्रतिबंध-
सभी जोन्स में स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, प्रशिक्षण संस्थान, होटल, रेस्टोरेंट, होस्पिटेलिटी सेवाएं, सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, जिम, स्वीमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थियेटर्स, बार, ऑडिटोरियम प्रतिबंधित रहेंगे. इन जोन्स में सामुदायिक कार्यक्रम सभी प्रकार के सामाजिक, राजनैतिक, खेलकूद, मनोरंजन, अकादमिक, सांस्कृतिक, धार्मिक आयोजन नहीं हो सकेंगे.
सभी धार्मिक स्थल, पूजा स्थल, सभाएं प्रतिबंधित-
सभी धार्मिक स्थल, पूजा स्थल तथा धार्मिक सभाएं प्रतिबंधित रहेंगी. शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक लोगों का आवागमन केवल अत्यावश्यक गतिविधियों को छोड़कर प्रतिबंधित रहेगा. सार्वजनिक परिवहन की बसें अभी एक सप्ताह तक प्रतिबंधित रहेंगी तथा इसके बाद समीक्षा कर निर्णय लिया जाएगा.
सीएम ने कहा हर पक्ष का ध्यान रख रहे हैं-
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समय रहते ही कोरोना संकट को पहचाना, उसकी गहराई समझी तथा उससे बचने की पुख्ता रणनीति बनाकर लागू की, जिसके चलते हम कोरोना संकट को नियंत्रित कर पाने में सफल हुए है. मध्यप्रदेश में काफी हद तक कोरोना पर नियंत्रण पा लिया गया है. सीएम ने कहा कि अब पॉजिटिव केस की संख्या के साथ रिकवरी रेट भी सुधर रहा है. शिवराज ने कहा कि खतरा अभी टला नहीं है और सावधान रहने की आवश्यकता है. मुख्यमंत्री आज रात दूरदर्शन के माध्यम से प्रदेश की जनता को संबोधित कर रहे थे.
प्रवासी मजदूरों का पूरा ध्यान-
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रवासी मजदूर भाई-बहन बिल्कुल भी चिंता न करें. सभी को बसों एवं ट्रेनों के माध्यम से उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है. इसके लिए 91 से अधिक ट्रेन तथा हजारों बस अभी तक लगाई गई हैं. साथ ही प्रदेश के एक जिले से दूसरे जिले तक भी मजदूरों को पहुंचाया जा रहा है. इसके अलावा सरकार उनके भोजन, राशन तथा उन्हें कार्य दिलवाने की भी व्यवस्था कर रही है. जिन मजदूर भाइयों का राशन कार्ड नहीं है, उन्हें भी निशुल्क राशन दिया जा रहा है. जो कार्य करना चाहते हैं तथा जिनका जॉब कार्ड नहीं हैए पंचायतों के माध्यम से उनका जॉब कार्ड बनवाकर उन्हें काम दिया जा रहा है. शासन ने निर्णय लिया है कि इन्हें संबल योजना की भी पात्रता होगी. संबल योजना गरीब का सुरक्षा कवच है जो उनकी हर आवश्यकता की पूर्ति करता है.
90 लाख मीट्रिक टन गेंहू खरीदा-
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में गेहूं उपार्जन के अंतर्गत अभी तक 90 लाख मीट्रिक टन से अधिक समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है तथा किसानों को 10 हजार करोड़ रूपए से अधिक का भुगतान भी किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि किसान भाई बिल्कुल चिंता न करें हम उनका एक-एक दाना खरीदेंगे. किसान भाई एसएमएस मिलने पर ही अपनी उपज बेचने उपार्जन केन्द्र पर आएं तथा एक-दूसरे से दो गज की दूरी रखें एवं सभी सुरक्षा उपाय अपनाएं.
10वीं के बचे पेपर नहीं होंगे-
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार विद्यार्थियों का भी पूरा-पूरा ध्यान रख रही है. उनके लिए ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की गई है. कोरोना संकट को देखते हुए 10वीं के विद्यार्थियों के बचे हुए पेपर नहीं होंगे. 12वीं के पेपर 08 से 16 जून के बीच होंगे. चूंकि इस समय विद्यालय बंद है अत: निजी स्कूल विद्यार्थियों से ट्यूशन फीस के अलावा और कोई शुल्क नहीं ले सकेंगे.