नीतिपूर्वक शासन और राष्ट्रीय स्वाभिमान के प्रतीक थे शिवाजी : राज्यपाल
जयपुर: राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा कि शिवाजी ने भारत में नीतिपूर्वक राज्य ही नहीं किया बल्कि प्रजा हित में उन पर लगने वाले करों का सरलीकरण किया और खेती को बढ़ावा देते हुए राष्ट्र समृद्धि के लिए कार्य किया।
उन्होंने कहा कि शिवाजी राष्ट्र स्वाभिमान के ऐसे अप्रतिम मराठा शासक थे जिन्होंने मुगलों को चुनौती देते हुए उनका वीरता से मुकाबला किया।
राज्यपाल बुधवार को बिड़ला सभागार में राष्ट्रीय शिवजन्मोत्सव में बोल रहे थे।
उन्होंने शिवाजी के शौर्य की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने मुगल शासकों के धर्मांतरण को रोकने के साथ ही अन्याय और अनाचार रोकने में महती भूमिका निभाई।
राज्यपाल ने कहा कि धर्मांतरण नहीं करने पर गुरु गोबिंद देव के पुत्रों जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार में चुनवा दिया गया।
उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति पर निरंतर हमले हुए पर शिवाजी जैसे वीरों के कारण संस्कृति और स्वाभिमान बचा रहा।
उन्होंने लार्ड मैकाले द्वारा भारत में अंग्रेजी शिक्षा के जरिए इतिहास की विकृत जानकारियां पढ़ाए जाने की चर्चा करते हुए कहा कि देश की संस्कृति संरक्षण के साथ बच्चों की बौद्धिक क्षमता के विकास हेतु सभी को मिलकर कार्य करना होगा।
इससे पूर्व राजभवन में राज्यपाल हरिभाऊ बागडे और मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
शिवाजी के रण कौशल और छापामार युद्ध शैली का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने भारतीय संस्कृति में उनके महान योगदान को याद किया। उन्होंने शिवाजी जयंती पर उनके आदर्श अपनाने का आह्वान किया।