राष्ट्रकवि दिनकर जी की पुण्यतिथि पर राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम से जुड़े अखिल भारतीय साहित्य परिषद,जमशेदपुर के सदस्य
“सच है,विपत्ति जब आती है,
कायर को ही दहलाती है,
शूरमा नहीं विचलित होते, क्षण एक नहीं धीरज खोते,
मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है .”
धैर्य को धारण करने का संदेश देती हुई यह पंक्तियां राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की लिखी हुई है। आज पूरा देश उनकी पुण्यतिथि मना रहा है। नोएडा दिल्ली के तरफ से आज इस अवसर पर अपने राष्ट्रकवि को याद करते हुए एक ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है । इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय साहित्य परिषद, जमशेदपुर इकाई की तरफ से डॉक्टर कल्याणी कबीर और कवि दीपक कुमार वर्मा भाग लेंगे।
इस कार्यक्रम के द्वारा एक बार पुन: हम सभी दिनकर जी के व्यक्तित्व और कृतित्व के आगे नतमस्तक होकर राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने और युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना को सशक्त करने का भागीरथी प्रयास करेंगे।