निष्पक्ष पत्रकारिता की वाहक है राष्ट्र संवाद…
देवानंद सिंह
राष्ट्र संवाद ने हमेशा से ही निष्पक्ष पत्रकारिता की है और करता रहेगा। अगर, कोई हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता पर सवाल उठाता है तो वह बिल्कुल अनुचित है। नेता जी, पत्रकारिता का केवल एक ही पहलू नहीं होता है, बल्कि दो पहलू होते हैं। केवल नकारात्मक खबरें ही पत्रकारिता का हिस्सा नहीं होनी चाहिए, बल्कि सकारात्मक चीजों को भी उजागर करना पत्रकारिता का ध्येय होना चाहिए।
नेता जी, राष्ट्र संवाद ने अगर कोविड काल में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के कार्यों को सराहना की तो इसका वह हकदार थे, क्योंकि उन्होंने कोविड काल में शानदार काम किया। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की बातों को राष्ट्र संवाद में प्राथमिकता दी उनकी कार्यों की वजह से आप बताएं कौन सी खबर आपकी नहीं लगी है संपादकीय लिखना या समीक्षा करने पर आपकी टिप्पणी हमें और मजबूती प्रदान करेंगी
जहां तक पुलिस और प्रशासन के पक्ष में लिखने की बात है,इस संदर्भ में यह समझने की आवश्यकता है कि पुलिस प्रशासन के लोग में हमारे बीच के ही हैं, वह लोगों की सुरक्षा के लिए दिन रात मेहनत करते हैं। ऐसे में, उनकी टांग खिंचाई से बेहतर है कि उनका प्रोत्साहन बढ़ाया जाए। राष्ट्र संवाद हर किसी को तरजीह देता। निष्पक्ष पत्रकारिता का यही अर्थ है कि एक समावेशी सोच को आगे बढ़ाया जाए। इसी सोच के साथ राष्ट्र संवाद आगे भी पत्रकारिता की मशाल को थामे रखेगा।