डॉ सुधा नंद झा ज्योतिषी मिथिला मनोकामना ज्योतिष केंद्र द्वारा प्रस्तुत राशिफल
🙏🕉️🌺🙏🕉️🌺🙏🕉️🌺🙏🕉️🌺 *दैनिक पंचांग एवं राशिफल ०६::०४::२०२४ शनिवार*🙏
🕉️ *ॐ नमः शिवाय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे* 🚩
🌺 *((डा सुधा नन्द झा ज्यौतिषी मिथिला मनोकामना ज्यौतिष केन्द्र जमशेदपुर झारखंड मूल गांव राढ़ी दरभंगा मिथिला मो एवं वाट्सअप नंबर ९४३०३३६५०३(9430336503) दिन में एग्यारह बजे से रात्रि नौ बजे तक सम्पर्क कर सकते हैं परामर्श शुल्क अनिवार्य))*
🙏🙏
🙏 *जिनके विषय में कुछ पूछना चाहते हैं तो उनका नाम उनके पिताजी का नाम जन्म तारीख महीना इसवी जन्म समय और जन्म स्थान लिखकर दीजिए कृपया* 🙏🙏पता – (*डा सुधा नन्द झा ज्योतिषी कृष्णा रोड रामस्वरूप बगान दस नंबर बस्ती सिदगोड़ा जमशेदपुर*)
🕉️ मित्रों 🙏 *इस दैनिक पंचांग को आप भी अपने मित्रों और वाट्सअप समूहों में दीजिए जिससे कि अधिक से अधिक लोगों को लाभ हो सके* 🙏🙏
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
नोट – *विशेष आवश्यकता में, नौकरी करने में या नौकरी ज्वाइन करने में, विद्यार्थी को पंचक राहुकाल आदि यात्रा विचार नहीं*
*इसी प्रकार चौबीस घंटे के अंदर वापसी हो तो दिशाशूल नहीं लगता है*
🙏🙏🙏🙏
मंगला मंगली विचार —
*मंगल यदि प्रथम चतुर्थ सप्तम अष्टम या द्वादश भाव में हो तो मंगला मंगली दोष होता है किन्तु वही मंगल यदि अपने घर में हों या उच्च के हों या अपने सप्तम भाव को देख रहे हों या मंगल लग्नेश या भाग्येश हों या फिर मंगल पर शनि राहु और वृहस्पति का प्रभाव हो तो मंगल दोष समाप्त हो जाता है*
🙏🙏🙏🙏🙏
*नाड़ी दोष समाप्त कैसे होता है* –
*वर वधू की नाड़ी एक हो तो नाड़ी दोष लगता है और विवाह अच्छा नहीं माना जाता है किन्तु यदि वर वधू का नक्षत्र अलग अलग हो तो नाड़ी दोष समाप्त हो जाता है।वर वधू का नक्षत्र भी एक हो किंतु चरण अलग अलग हो तो उस स्थिति में भी नाड़ी दोष समाप्त हो जाता है और वर वधू की नाड़ी एक रहते हुए भी वैवाहिक जीवन शुभ होता है*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें।
लाभ में व्यापार करें।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें।
*💮दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर*
परिहार-: *आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा गुड खाके यात्रा कर सकते है l*
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।*
*महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
*10 + 3 + 1 = 14 ÷ 4 = 2 शेष*
*आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l*
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
*सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है*
शुक्र ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
10 + 10 + 5 = 25 ÷ 7 = 4 शेष
सभायां = संताप कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮 *आपका आज का दिन आपके अच्छे विचारों अच्छी दिनचर्या एवं अच्छे प्रयासों से प्रभावित होगा। अच्छे प्रयासों और कर्मनिष्ठ दिनचर्या से नकारात्मक ग्रह भी अच्छे परिणाम देने लगते हैं इसलिए राशिफल को आधार बनाकर आज का दिन मत व्यतीत कीजिए*
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
*शाकेन रोगा वर्ध्दते पयसो वर्ध्दते तनुः ।*
*घृतेन वर्ध्दते वीर्यं मांसान्मासं प्रवर्ध्दते ।।*
।। चा o नी o।।
*शाक से रोग, दूध से शरीर, घी से वीर्य और मांस से मांस की वृध्दि होती है।*
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: ज्ञानकर्मसन्यास योग अo-04
*गतसङ्गस्य मुक्तस्य ज्ञानावस्थितचेतसः ।*,
*यज्ञायाचरतः कर्म समग्रं प्रविलीयते ॥*,
*जिसकी आसक्ति सर्वथा नष्ट हो गई है, जो देहाभिमान और ममता से रहित हो गया है, जिसका चित्त निरन्तर परमात्मा के ज्ञान में स्थित रहता है- ऐसा केवल यज्ञसम्पादन के लिए कर्म करने वाले मनुष्य के सम्पूर्ण कर्म भलीभाँति विलीन हो जाते हैं॥,23॥*,
*💮🚩 नाम राशि और जन्म की राशि कहां कहां* —
*देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।*
*नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।*
*विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।*
*जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।*
🌺 *मिथिला एवं पंचांग के अनुसार निम्न पंचांग* —
🙏श्री शुभ संवत् २०८०
🕉️ श्री शक संवत् १९४५
🌺 *काशी पंचांग में सूर्योदय* –०५::४८
🙏 सूर्यास्त –०६::१२
🕉️ *चैत्र मास कृष्ण पक्ष द्वादशी तिथि प्रातः काल –०७::०७ मिनट तक इसके बाद त्रयोदशी तिथि रात्रि शेष भोर में –०४::४२ मिनट तक इसके बाद चतुर्दशी तिथि*
🌺 *शतभिषा नक्षत्र दिन में –०१::०२ मिनट तक इसके बाद पूर्व भाद्रपद नक्षत्र*
🙏 *शुक्ल योग रात्रि में –१२::२७ मिनट तक इसके बाद ब्रह्म योग*
🕉️ *आज का राहुकाल दिन में* — *०८::४० मिनट से १०::१४ मिनट तक*
🌺 *आज का अभिजीत मुहूर्त* –११::२३ मिनट से १२::१३ मिनट तक
*आज का अमृत काल*–
🙏 *आज जिनका जन्मदिन है उन्हें जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं* 🙏 *हैप्पी बर्थ डे* 🙏🙏
🕉️ *आज आपका दिन मंगलमय हो आपको सफलता मिले आप सपरिवार हंसते मुस्कुराते हुए रहिये 👏🙏 और अपने परिवार को तनावमुक्त रखिये 🙏 *योग प्राणायाम कुछ हल्के व्यायाम कीजिए संतुलित आहार लीजिए 🙏 और नशा अहंकार को छोड़ कर जीवन का वास्तविक आनंद लीजिए*
🙏 *नीचे दिए गए पंचांग सूरत गुजरात दिल्ली उज्जैन शिमला बंगलूरू महाराष्ट्र राजस्थान हिमाचल प्रदेश कश्मीर उत्तराखंड सिंध प्रांत आदि क्षेत्रों में अधिक उपयुक्त* —
🕉️🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺
*********|| जय श्री राधे ||*********
🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺
🙏🌺🙏 *अथ पंचांगम्* 🙏🌺🙏
*********ll जय श्री राधे ll*********
🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺
*दिनाँक:-06/04/2024, शनिवार* द्वादशी, कृष्ण पक्ष, चैत्र “””””(समाप्ति काल)
तिथि————– द्वादशी 10:18:47 तक
पक्ष————————– कृष्ण
नक्षत्र————– शतभिषा 15:38:35
योग—————— शुभ 06:13:35
योग—————— शुक्ल 26:18:29
करण—————– तैतुल 10:18:47
करण——————– गर 20:37:33
वार————————- शनिवार
माह————————— चैत्र
चन्द्र राशि——————– कुम्भ
सूर्य राशि——————– मीन
रितु————————- वसंत
आयन———————— उत्तरायण
संवत्सर———————– शोभकृत
संवत्सर (उत्तर) ———– पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत——————– 1945
कलि संवत——————– 5124
सूर्योदय———————- 06:05:09
सूर्यास्त———————— 18:38:09
दिन काल——————— 12:33:00
रात्री काल——————— 11:25:54
चंद्रास्त———————– 16:07:18
चंद्रोदय———————- 29:02:23
लग्न————- मीन 22°31′, 352°31′
सूर्य नक्षत्र——————– रेवती
चन्द्र नक्षत्र——————– शतभिषा
नक्षत्र पाया——————– ताम्र
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
सी—- शतभिषा 10:17:02
सू—- शतभिषा 15:38:35
से—- पूर्वा भाद्रपदा 20:59:15
सो—-पूर्वा भाद्रपदा 26:19:11
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= मीन 22:10, रेवती 2 दो
चन्द्र=मकर 14:30 , शतभिषा 3 सी
बुध =मेष 02:53′ अश्विनी 1 चू
शु क्र= मीन 06°05, उ o भाo ‘ 2 थ
मंगल=कुम्भ 16°30 ‘ शतभिषा’ 3 सी
गुरु=मेष 24°30 भरणी , 4 लो
शनि=कुम्भ 20°50 ‘ शतभिषा ,4 सू
राहू=(व) मीन 21°40 रेवती , 2 दो
केतु=(व) कन्या 21°40 हस्त , 4 ठ
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*
राहू काल 09:13 – 10:48 अशुभ
यम घंटा 13:56 – 15:30 अशुभ
गुली काल 06:05 – 07: 39अशुभ
अभिजित 11:57 – 12:47 शुभ
दूर मुहूर्त 07:46 – 08:36 अशुभ
वर्ज्यम 21:21 – 22:46 अशुभ
प्रदोष 18:38 – 20:57 शुभ
🚩पंचक ² अहोरात्र अशुभ
💮चोघडिया, दिन
काल 06:05 – 07:39 अशुभ
शुभ 07:39 – 09:13 शुभ
रोग 09:13 – 10:48 अशुभ
उद्वेग 10:48 – 12:22 अशुभ
चर 12:22 – 13:56 शुभ
लाभ 13:56 – 15:30 शुभ
अमृत 15:30 – 17:04 शुभ
काल 17:04 – 18:38 अशुभ
🚩चोघडिया, रात
लाभ 18:38 – 20:04 शुभ
उद्वेग 20:04 – 21:30 अशुभ
शुभ 21:30 – 22:55 शुभ
अमृत 22:55 – 24:21* शुभ
चर 24:21* – 25:47* शुभ
रोग 25:47* – 27:13* अशुभ
काल 27:13* – 28:38* अशुभ
लाभ 28:38* – 30:04* शुभ
💮होरा, दिन
शनि 06:05 – 07:08
बृहस्पति 07:08 – 08:11
मंगल 08:11 – 09:13
सूर्य 09:13 – 10:16
शुक्र 10:16 – 11:19
बुध 11:19 – 12:22
चन्द्र 12:22 – 13:24
शनि 13:24 – 14:27
बृहस्पति 14:27 – 15:30
मंगल 15:30 – 16:33
सूर्य 16:33 – 17:35
शुक्र 17:35 – 18:38
🚩होरा, रात
बुध 18:38 – 19:35
चन्द्र 19:35 – 20:32
शनि 20:32 – 21:30
बृहस्पति 21:30 – 22:27
मंगल 22:27 – 23:24
सूर्य 23:24 – 24:21
शुक्र 24:21* – 25:18
बुध 25:18* – 26:15
चन्द्र 26:15* – 27:13
शनि 27:13* – 28:10
बृहस्पति 28:10* – 29:07
मंगल 29:07* – 30:04
*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
मीन > 04:10 से 05:36 तक
मेष > 05:36 से 08:28 तक
वृषभ > 08:28 से 09:22 तक
मिथुन > 09:22 से 11:32 तक
कर्क > 11:32 से 14:02 तक
सिंह > 14:02 से 16:06 तक
कन्या > 16:06 से 18:22 तक
तुला > 18:22 से 20:12 तक
वृश्चिक > 20:12 से 22:36 तक
धनु > 22:36 से 00:36 तक
मकर > 00:36 से 02:38 तक
कुम्भ > 02:38 से 04:04 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें।
लाभ में व्यापार करें।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें।
*💮दिशा शूल ज्ञान—————पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते हैl
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु चl*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय:ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं।।*
*महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत्।।*
15 + 12 + 7 + 1 = 35 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक हैl
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
केतु ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
27 + 27 + 5 = 59 ÷ 7 = 3 शेष
वृषाभा रूढ़ = शुभ कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
* प्रदोष व्रत (शिवपूजन)
*श्री श्यामभट्टाचार्य,श्री बालकृष्ण शरण देवाचार्य पाटोत्सव
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
नाऽऽहारं चिन्तयेत्प्राज्ञो धर्ममेकं हि चिन्तयेत्।
आहारो हि मनुष्याणां जन्मना सह जायते।।
।। चा o नी o।।
एक विद्वान व्यक्ति ने अपने भोजन की चिंता नहीं करनी चाहिए. उसे सिर्फ अपने धर्म को निभाने की चिंता होनी चाहिए. हर व्यक्ति का भोजन पर जन्म से ही अधिकार है.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: ज्ञानकर्मसन्यास योग अo-04
तस्मादज्ञानसम्भूतं हृत्स्थं ज्ञानासिनात्मनः।,
छित्वैनं संशयं योगमातिष्ठोत्तिष्ठ भारत॥,
इसलिए हे भरतवंशी अर्जुन! तू हृदय में स्थित इस अज्ञानजनित अपने संशय का विवेकज्ञान रूप तलवार द्वारा छेदन करके समत्वरूप कर्मयोग में स्थित हो जा और युद्ध के लिए खड़ा हो जा॥,42॥,
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत।।
🐏मेष
प्रेम-प्रसंग में तनाव रहेगा। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम न लें।
🐂वृष
जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।
👫मिथुन
परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। पुराना रोग उभर सकता है। भूमि व भवन के कार्य बनेंगे।
🦀कर्क
विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। तनाव रहेगा।
🐅सिंह
शोक समाचार मिल सकता है। पुराना रोग उभर सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। जोखिम न लें। धैर्य रखें।
🙍♀कन्या
प्रयास सफल रहेंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी। भागदौड़ रहेगी।
⚖तुला
शुभ समाचार प्राप्त होंगे। पुराने मित्र व संबंधी मिलेंगे। प्रसन्नता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। बेचैनी रहेगी।
🦂वृश्चिक
रोजगार मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। संतान की चिंता रहेगी।
🏹धनु
फालतू खर्च होगा। शारीरिक कष्ट संभव है। तनाव रहेगा। कार्य की गति धीमी रहेगी। जोखिम न उठाएं।
🐊मकर
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रसन्नता रहेगी।
🍯कुंभ
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। नेत्र पीड़ा संभव है। लाभ होगा।
🐟मीन
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कानूनी बाधा दूर होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। जोखिम न लें। धनार्जन होगा।
🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺 जय श्री सीताराम जय श्री राधे कृष्ण हर हर महादेव 🙏🙏🙏🙏🙏🙏डा सुधा नन्द झा ज्योतिषी जमशेदपुर मो एवं वाट्सअप नंबर 9430336503🙏🙏🙏🙏🙏🙏