भुवनेश्वर में चमका झारखंड के रांची का नाम मोनिका डे के शिष्यों ने मचा दिया धमाल
राष्ट्र संवाद संवाददाता

रांची। नृत्यशाला नृत्य संस्थान, रांची की निदेशक मोनिका डे ने एक बार फिर झारखंड का नाम विश्व फलक पर ऊंचा किया है। ओड़िशा की राजधानी भुवनेश्वर में दो दिनों तक चले इंडिया इंटरनेशनल डांस फेस्टिवल में उन्होंने और उनके शिष्यों ने महफिल लूट ली।
दो दिनों तक चले इस फेस्टिवल में मोनिका डे की शिष्या अमोलिका नंदी ने अंडर-20 में कथक का वो नजारा पेश किया कि दर्शक दांतों तले अंगुली दबा बैठे। उन्होंने शिव वंदना संग रसराज त्रिवत् पेश किया। उनके प्रदर्शन को लोगों की भरपूर वाहवाही मिली।
मोनिका डे के निर्देशन में आराध्या चक्रवर्ती, आद्या अक्षिता, स्नेहल शर्मा, आलिया सिंह, आद्या विश्वकर्मा, दृष्टि सुकुल, सिद्धि झा और संभावना सिन्हा की प्रस्तुति राग दरबारी तराना को भी लोगों ने बेहद पसंद किया। दरबारी तराना हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत और कथक नृत्य में एक जटिल, उच्च गति वाली रचना है। मुगल काल की शाही भव्यता में निहित, यह राग दरबारी कन्नड़ में स्थापित है। एक राग जो अपनी गहरी, अभिव्यंजक धुनों और जटिल लय के लिए जाना जाता है। यह टुकड़ा तकनीकी जबरदस्त प्रतिभा की मांग करता है और भावनात्मक गहराई व्यक्त करता है, जिसे अक्सर दरबारी शैली में प्रदर्शित किया जाता है। इस प्रस्तुति से लोग प्रफुल्लित दिखे।
इसके बाद बारी आई नृत्यशाला के वरिष्ठ समूह में शामिल प्रतिभागियों की। इन लोगों ने केदार तराना पेश किया। केदार तराना राग केदार में निहित है, जो एक प्रमुख और प्राचीन हिंदुस्तानी राग है। यह अपनी भक्ति और शांत मनोदशा के लिए जाना जाता है और पारंपरिक रूप से देर शाम को प्रस्तुत किया जाता है। इसमें अर्नवी सूर्यवंशी, देव्यांशी सिंह, शिविका साहू, आराध्या सिन्हा, अमोलिका नंदी, कुमारी ऋषिका पटेल, अनन्या साची, रितिका सिंह और सिमरन तिर्की ने हिस्सा लिया। इस प्रस्तुति को भी लोगों ने बेहद सराहा। फिर दरबारी तराना लेकर आईं आध्या विश्वकर्मा। अंडर-20 में परफार्म करने वाली मोनिका डे की इस शिष्या ने दरबारी तराना से लोगों का दिल जीत लिया।


