रंभा कॉलेज :शैक्षणिक संस्थान समूह में आयोजित “नई शिक्षा नीति 2020: रणनीतियां और अवसर” पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का हुआ उद्घाटन समारोह
रंभा कॉलेज शैक्षणिक संस्थान समूह में आगामी 20 और 21 मई को दो दिवसीय सेमिनार में आज उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया । इस सेमिनार का मूल विषय ” राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: उच्च शिक्षा के परिप्रेक्ष्य में रणनीतियां और अवसर” हैं। आज के इस उद्घाटन समारोह में अतिथि के तौर पर डॉ गंगाधर पांडा, कुलपति, कोल्हान विश्वविद्यालय ,
डॉक्टर संजीव आनंद वोकेशनल सेल के कोऑर्डिनेटर और रमाकांत मोहालिक आरआईई, एन सी ई आर टी के प्रोफेसर, डॉ समीर कुमार लेंका, डॉ एम ए हाशमी, डॉक्टर नबीन ठाकुर उपस्थित थे।
कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलित कर और स्वागत गीत के साथ किया गया। तत्पश्चात सभी अतिथियों को तुलसी पौधा, उत्तरीय और प्रतीक चिन्ह देकर उनकी उपस्थिति का अभिनंदन किया गया।
स्वागत वक्तव्य देते हुए कॉलेज के चेयरमैन राम बचन जी ने कहा कि नई शिक्षा नीति के दिशा निर्देशों को पूर्ण रूप से समझने के लिए यह राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया है ताकि विभिन्न राज्यों के शिक्षाविद आपस में मिलकर इसकी रणनीतियों को और इसके तहत मिलने वाले उच्च शिक्षा में अवसर को जान पाए समझ पाए और आपस में विचारों की साझेदारी कर पाएं।
सेमिनार के विषय पर बोलते हुए सचिव गौरव बचन ने कहा कि महाविद्यालय हमेशा से अपनी शैक्षणिक गतिविधियों को लेकर सजग रहा है और आगे भी भविष्य में कई सारी ऐसी योजनाएं हैं जिससे हम शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर पाएंगे।
इस सेमिनार के मुख्य संरक्षक और मुख्य अतिथि कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय प्रोफेसर डॉक्टर गंगाधर पांडा ने अपने वक्तव्य में कहा कि
नयी शिक्षा नीति 2020 में भारतीय,भारतीयता, और संस्कृति की बात की गई है। यह शिक्षा नीति प्राचीन गुरुकुल परंपरा और आधुनिक शिक्षा पद्धति के बीच तुलनात्मक अध्ययन करने का अवसर देती है। इस शिक्षा नीति में गुरु शिष्य के पावन संबंध को मजबूत करने की बात की गई है। नैतिकता और मानवीयता जैसे गुणों का व्यक्तित्व में समावेश करने की बात की गई है। साथ ही बहुभाषिकता, कौशल विकास और रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा देने पर भी बल दिया गया है।
वोकेशनल सेल के कोऑर्डिनेटर डॉ संजीव आनंद जी ने कहा कि
जो शिक्षा का रक्षक है वही शिक्षक है । हम सबों के जानने और सीखने की प्रक्रिया रूकनी नहीं चाहिए। सोवेनियर में छपे एब्स्ट्रेक्ट शैक्षणिक विचारधारा की एक यात्रा है, जो सदैव हम सबों का मार्गदर्शन करेगा।
नई शिक्षा नीति 2020 में जो आमूलचूल परिवर्तन की बात है। इसके क्रियान्वयन के लिए केन्द्र और राज्य सरकार के बीच समन्वय होना चाहिए।
इस कार्यक्रम में “की नोट स्पीकर” के रूप में आर आई ई, एन सी ई आर टी भुवनेश्वर से आये डॉक्टर रमाकांत मोहालिक जी ने कहा कि
इस नई शिक्षा नीति 2020 ने शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के बीच के गैप को भरने की बात करता है। साथ ही बहुभाषिकता, और मातृभाषा में शिक्षा ग्रहण करने हेतु रणनीति बनाने की दिशा में उन्मुख है।
उड़ीसा से आये डॉक्टर समीर कुमार लेंका जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह शिक्षा नीति समृद्ध शैक्षणिक वातावरण के निर्माण की बात करती है। साथ ही विद्यार्थियों को पूरा सहयोग देने की रणनीति पर बल देती है।
उद्घाटन समारोह के दूसरे सत्र में टेक्निकल सेशन के अंतर्गत दरभंगा बिहार से आए डॉक्टर एम ए हाशमी जी ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 पर गहन चिंतन मनन की आवश्यकता है।
पश्चिम बंगाल से आए डॉक्टर नबीन ठाकुर का विचार था कि शिक्षा में बहुविषयक अवधारणा एक सराहनीय कदम है।
कोल्हान विश्वविद्यालय के डॉ मनोज कुमार ने भी नयी शिक्षा नीति 2020 के अवधारणा और दृष्टिकोण पर अपना वक्तव्य दिया।
आज के उद्घाटन समारोह में कुलपति महोदय और अन्य अतिथियों के द्वारा एक सोवेनियर का भी विमोचन किया गया , जिसमें कुल 85 एब्स्ट्रेक्ट प्रकाशित किए गए हैं।
यह सारे एब्स्ट्रेक्ट सेमिनार के मूल विषय और उप विषय पर ही आधारित हैं।
संचालन रंभा कॉलेज की प्राचार्या डॉक्टर कल्याणी कबीर ने और धन्यवाद ज्ञापन रंभा कॉलेज ऑफ एजुकेशन के प्राचार्य डॉ संतोष कुमार यादव ने दिया। उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में विवेक बचन, प्रोफेसर सुमनलता, प्रोफेसर दिनेश, प्रोफेसर भूपेश, प्रोफेसर सतीश, प्रोफेसर जयश्री पांडा, प्रोफ़ेसर अमृता, प्रोफ़ेसर बबीता , प्रोफेसर रश्मि, प्रोफेसर सूरज, प्रोफेसर मंजू कुमारी, प्रोफेसर मंजू गागराई , प्रोफेसर रेखा तिवारी की मुख्य भूमिका रही। राधे, सिद्धार्थ चटर्जी, कमलकांत की भूमिका महत्वपूर्ण रही।