झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के विशेष आमंत्रित सदस्य रियाजुद्दीन खान ने वंदे भारत ट्रेन पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने यह ट्रेन अमीरों और धन्ना सेठों के सुख सुविधा के लिए लॉन्च किया है। यह गरीबों और निम्न मध्य वर्ग के लिए सिर्फ एक मजाक का पर्याय है। यह इतनी महंगी ट्रेन है कि गरीबों के पहुंच के बाहर होगी और उनके लिए यह सिर्फ एक सपना बनकर रह जाएगा।
कांग्रेस नेता रियाजुद्दीन खान ने आगे कहा कि वंदे भारत ट्रेन का टाटा से कोलकाता का किराया प्रति व्यक्ति 810 रुपया है जबकि वहीं स्टील एक्सप्रेस का टाटा से कोलकाता का किराया ₹430 हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस में लगभग दो गुना किराया है जो गरीब और निम्न मध्यम वर्ग के बजट के बाहर है। इससे पता लगता है कि भाजपा की पूंजीवादी केंद्र सरकार ने इस तरह की ट्रेनों की सुविधा सिर्फ पूंजीपतियों और मुट्ठी भर अमीरों के लिए मुहैया कराई है। ज्ञातव्य हो कि वर्तमान में चालू की गई चाहे बंदे भारत एक्सप्रेस हो या तेजस एक्सप्रेस हो यह सभी रेल गाड़ियां इतनी महंगी है कि जिनका किराया गरीब और निम्न वर्गों के लोग नहीं वहन कर सकते हैं। रियाजुद्दीन खान ने सरकार से मांग की है के रेल मंत्रालय इसका किराया कम करे ताकि गरीब और निम्न मध्यम वर्ग के लोग भी इस ट्रेन की सुविधा का लाभ उठा सके।
विदित हो कि पूर्व में लालू प्रसाद यादव जब रेल मंत्री थे तब उन्होंने गरीबों की सेवा में गरीबों की सुख सुविधा के लिए गरीब रथ एक्सप्रेस को लांच किया था ताकि भारत देश के गरीब जन भी कम खर्च और कम किराए में अत्याधुनिक सुविधा से युक्त वातानुकूलित ट्रेन के सफर का आनंद उठा सके। परंतु वर्तमान की भाजपा सरकार गरीब रथ जैसी गरीबों की ट्रेन को प्रोत्साहन नहीं देकर अमीरों की सुविधा के लिए ऊंचे दर और ऊंचे किराए की ट्रेनों को लॉन्च करने का काम कर रही है । इससे पता चलता है कि भाजपा सिर्फ गरीबों के हित का ढोंग रचती है जबकि काम अमीरों और पूंजीपतियों के सुविधा के लिए करती है। इसलिए आज जरूरत है कि गरीब रथ की तर्ज पर और अधिक ट्रेनों को लॉन्च किया जाए ताकि देश के गरीब मजदूर और किसान कम किराए पर अपने बजट के अंदर गरीब और मध्यम वर्ग के लोग भी अत्याधुनिक सुविधा का लाभ उठाते हुए सफर कर सके।