रघुवर दास की राजनीति में वापसी भाजपा को देगी मजबूती
कल विशेष विमान से पहुंचेंगे रांची एयरपोर्ट, उसके बाद भाजपा में होंगे शामिल
–
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व में मिलेगी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
राष्ट्र संवाद संवाददाता
*जमशेदपुर, 25 दिसंबर :* ओडिशा के राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे चुके बीजेपी के दिग्गज नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास आज गुरुवार (26 दिसंबर) को झारखंड पहुंचेंगे। वह विशेष विमान से दोपहर करीब 3 बजे रांची एयरपोर्ट पहुंचेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि वह शुक्रवार को पार्टी की सदस्यता लेने के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली जाएंगे और भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे। बताया जा रहा है कि उन्हें आने वाले समय में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है।
यह बात उल्लेखनीय हैं कि रघुवर दास को 18 अक्टूबर 2023 को ओडिशा का राज्यपाल नियुक्त किया गया था इस बीच में उनके भाजपा में आने के कई बार कयास लगाए गए थे, लेकिन आज यह बात तब सत्य हुई, जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा के नए राज्यपाल के रूप में हरि बाबू कंभमपति की नियुक्ति की और रघुवर दास का इस्तीफा स्वीकार किया। रघुवर दास ने बुधवार को पुरी के जगन्नाथ मंदिर में पूजा अर्चना की और ओडिशा के कई गणमान्य व्यक्तियों से मुलाकात की। गुरुवार को, वह राजभवन से विदाई लेंगे। विदाई के दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह एक मजदूर परिवार से हैं और 1980 में भाजपा से जुड़ने के बाद से विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करते रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में उनकी भूमिका के बारे में पार्टी ही निर्णय लेगी।
रघुवर दास ने ओडिशा में अपने कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि यह उनके लिए एक सुखद अनुभव था। उन्होंने ओडिया लोगों की उत्साही भावना को सराहा और विश्वास व्यक्त किया कि ओडिशा 2036 तक एक विकसित राज्य के रूप में उभरेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ओडिशा में ‘डबल इंजन’ सरकार द्वारा गरीबों के विकास की दिशा में किए गए प्रयासों की सराहना की।
रघुवर दास ने भाजपा से 1980 में जुड़ने के बाद से पार्टी के विभिन्न पदों पर काम किया, जिसमें बूथ अध्यक्ष से लेकर प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय उपाध्यक्ष तक शामिल रहे। उन्होंने राज्य में भाजपा की सरकार में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और मंत्री का कार्यभार भी संभाला। ओडिशा के राज्यपाल बनने के बाद वह लगभग 14 महीने तक सक्रिय राजनीति से दूर रहे। अब वह फिर से भाजपा की सदस्यता लेने जा रहे हैं, जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण पल है, क्योंकि उन्होंने इस दौरान कभी भी पार्टी लाइन से अलग कदम नहीं उठाया।
रघुवर दास की राजनीति में यह वापसी भाजपा के लिए एक नई दिशा और मजबूती की ओर इशारा करती है, और उनके भविष्य के लिए पार्टी में नई जिम्मेदारियों का रास्ता खोल सकती है।