हरियाणा/हिसार (राजेश सलूजा)
श्रमवीर हमारे राष्ट्र की अर्थव्यवस्था की रीड़ की हड्डी है, इनके निरंतर श्रम से ही हमारा राष्ट्र प्रगतिशील है। श्रमवीरों के श्रम से ही हमारे राष्ट्र की प्रगति संभव है।
यह बात पूर्व राज्य सूचना आयुक्त अशोक मेहता ने कही। वे आज विश्व श्रमिक दिवस पर श्रमवीरों को सम्मानित कर रहे थे। उन्होंने सबसे पहले सभी श्रमवीरों को विश्व श्रमिक दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि देश की तरक्की में श्रमिकों का महत्वपूर्ण योगदान है। उनके सहयोग के बिना विकास की धुरी थम जाएगी। भारत की अर्थव्यवस्था में भी मजदूरों का योगदान अतुलनीय है। कृषि से लेकर आईटी सेक्टर तक, भारतीय श्रमिकों ने देश को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है। श्रमिकों की मेहनत,समर्पण और परिश्रम ही हमारे समाज की नींव हैं। श्रमिकों का सम्मान करना केवल कर्तव्य नहीं, बल्कि कृतज्ञता का भाव है।
उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि हम सब संकल्प लें कि हम श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करेंगे, उनके हितों को प्राथमिकता देंगे और उनके उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में सहभागी बनेंगे।
अशोक मेहता ने कहा कि श्रमिक समाज की वह कड़ी हैं जो बिना दिखे पूरे ढांचे को मजबूती देते हैं। वे खेतों, कारखानों, सड़कों और भवनों में श्रम करके राष्ट्र निर्माण में मौन साधकों की तरह योगदान देते हैं। ऐसे समर्पित लोगों का सम्मान करना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि श्रमिक दिवस केवल एक तारीख नहीं, बल्कि उन मेहनतकश हाथों का जश्न है, जो दिन-रात हमारे जीवन को बेहतर बनाने में लगे रहते हैं। श्रमिक वर्ग को जागरूक और सशक्त बनाना समय की जरूरत है। हमें हर श्रमिक का सम्मान करना चाहिए चाहे वे भवन निर्माण में लगे हों या किसी अन्य कार्य में। उनका परिश्रम ही हमारे सपनों को आकार देता है। वे किसी भी रूप में हों, उनका योगदान अनमोल है। इस दौरान कमल कुमार, रिकी कुमार , रोहित कुमार, पवन कुमार, आकाश आदि का सम्मान किया गया। उनके साथ सतीश सैनी अंबली , राजबीर धीमान, अरशद अली, सेवक, जतिंदर पाल सिंह, रमेश जौहर आदि मौजूद थे।