बेगूसराय :जी.डी कॉलेज स्थित सेहत केंद्र के पियर एडुकेटर सुमित व विक्की ने रक्त केंद्र जा नज़दीकी के देखा कि किस तरह रक्तदान का कार्य किया जाता हैं और रक्त लेने की क्या प्रक्रिया है।रक्त केंद्र की लैब टेक्नीशियन प्रीति ने पियर एडुकेटर को बताया कि रक्तदान करने के लिए वजन कम से कम 45 किलो से अधिक और हेमेग्लोबिन 12.5 से अधिक होना चाहिए और उम्र 18 वर्ष से अधिक व 65 वर्ष तक के स्वस्थ लोग रक्तदान कर सकते हैं।रक्त केंद्र की प्रभारी डॉक्टर पूनम ने बताया कि रक्त की कोशिका 3 से 4 माह में टूट जाती है या डेड कर जाती है जिसका कोई काम नहीं होता है।रक्तदान करने के बाद शरीर में नये सेल का निर्माण होता है और शरीर मे नयी ताजगी का अनुभव होता हैं।उन्होंने बताया कि रक्तदान के उपरांत हेपेटाइटिस-b, एड्स,सिफलिश जैसी बीमारियों का जांच होता हैं।साथ ही उन्होंने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि पियर एडुकेटर सुमित कई बार रक्तदान कर चुके है,उन्हें तो अच्छा अनुभव है रक्तदान करने का।पियर एडुकेटर सुमित ने दिव्यांगता से जुड़ें प्रश्नोत्तर किया जिसका उत्तर देते हुए डॉ. पूनम ने कहा कि जांच के उपरांत यह कहा जा सकता है कि वो रक्तदान कर सकते है या नहीं।प्रश्नोतर उपरांत पियर एडुकेटर सुमित व विक्की ने कॉर्डिनेट करने के लिए रक्त केंद्र के प्रति आभार व्यक्त किया।प्रश्नोत्तर उपरांत डॉ. पूनम ने दोनों पियर एडुकेटर के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।