प्रधानमंत्री मोदी ने सेना के पराक्रम की सराहना की, पाकिस्तान को ‘लक्ष्मण रेखा’ बतायी
नयी दिल्ली, 13 मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को आदमपुर एयरबेस से पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि उसकी लाख कोशिश के बावजूद भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों पर आंच तक नहीं आई और देश की ओर नज़र उठाने का अंजाम तबाही होगा।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सशस्त्र बलों को पहली बार संबोधित करते हुए मोदी ने चार दिनों तक चले अभियान में पाकिस्तान को धूल चटा देने के लिए सेना की सराहना की, जिसके परिणामस्वरूप नौ आतंकी ठिकाने नष्ट हुए, 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए तथा आठ (पाकिस्तानी) सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचा।
उन्होंने करीब 27 मिनट के अपने संबोधन में कहा, ‘‘आतंक के विरूद्ध भारत की लक्ष्मण रेखा एकदम स्पष्ट है। अब फिर कोई आतंकी हमला हुआ तो भारत जवाब देगा, पक्का जवाब देगा।’’
पंजाब के आदमपुर एयरबेस से कही गई उनकी इस बात में, सोमवार रात राष्ट्र के नाम उनके संबोधन में दिये संदेश की प्रतिध्वनि सुनाई देती है। प्रधानमंत्री का मंगलवार का संबोधन काफी मायने रखता है। यह आदमपुर एयरबेस से दिया गया, जो पाकिस्तान से लगी सीमा से केवल 100 किलोमीटर की दूरी पर है।
पाकिस्तान ने एस-400 मिसाइल लॉन्चर के साथ-साथ इस एयरबेस को भी तबाह करने का दावा किया था। वहीं, भारत ने इन दावों को झूठा करार दिया, जिसकी पुष्टि टेलीविजन पर प्रसारित तस्वीरों में प्रधानमंत्री मोदी के ठीक पीछे मौजूद दिख रही एस-400 मिसाइल प्रणाली करती है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारत का ‘‘न्यू नॉर्मल’’ करार देते हुए प्रधानमंत्री ने सैनिकों की सराहना की और कहा कि ‘‘आपने जो किया वो अभूतपूर्व, अकल्पनीय और अद्भुत है जो हर भारतीय को गौरवान्वित करती है’’।
मंगलवार की सुबह मोदी ने बिना किसी पूर्व सूचना के वहां पहुंचने के बाद एयरबेस का दौरा किया और वहां मौजूद वर्दीधारी जवानों का अभिवादन किया, जिन्होंने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए।
सैनिकों के साथ बातचीत के बाद, मोदी ने एस-400 मिसाइल प्रणाली के निकट खड़े होकर वायुसेना कर्मियों को संबोधित किया। उन्होंने पश्चिमी वायुसेना कमान की टोपी पहन रखी थी, जिस पर त्रिशूल का चिह्न बना हुआ था।
मोदी ने सैन्य कर्मियों से तैयार और मुस्तैद रहने का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘हमें दुश्मन को याद दिलाते रहना है कि यह नया भारत है। यह शांति चाहता है, लेकिन अगर मानवता पर हमला होता है, तो यह भारत युद्ध के मोर्चे पर दुश्मन को मिट्टी में मिलाना भी अच्छी तरह जानता है।’’
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर कोई सामान्य सैन्य अभियान नहीं है, यह भारत की ‘‘नीति, नीयत और निर्णायक क्षमता’’ की त्रिवेणी है। उन्होंने कहा कि भारत बुद्ध की भी धरती है और गुरु गोबिंद सिंह जी की भी धरती है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अधर्म के नाश और धर्म की स्थापना के लिए शस्त्र उठाना, हमारी परंपरा है। इसलिए जब हमारी बहनों, बेटियों के माथे से सिंदूर हटाया गया, तो हमने आतंकियों के फन को उनके घर में घुसकर कुचल दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आतंक के आकाओं को अब समझ आ गया है, भारत की ओर नजर उठाने का एक ही अंजाम होगा- तबाही! भारत में निर्दोष लोगों का खून बहाने का एक ही अंजाम होगा – विनाश और महाविनाश!’’
उन्होंने कहा, ‘‘जिस पाकिस्तानी सेना के भरोसे ये आतंकी बैठे थे, भारत की थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने, उसे भी धूल चटा दी। आपने पाकिस्तानी फौज को भी बता दिया है कि पाकिस्तान में ऐसा कोई ठिकाना नहीं है, जहां बैठकर आतंकवादी चैन की सांस ले सके। हम घर में घुसकर मारेंगे और बचने का एक मौका तक नहीं देंगे। और हमारे ड्रोन, हमारी मिसाइलें, उनके बारे में तो सोचकर पाकिस्तान को कई दिन तक नींद नहीं आएगी।’’
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) जैसे केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की भी प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने प्रत्येक भारतीय को गौरवान्वित किया है।
उन्होंने एयरबेस पर अपने संबोधन में कहा, ‘‘मैं आज सुबह-सुबह आपके बीच आया हूं, आपके दर्शन करने के लिए। कई दशक बाद भी जब भारत के इस पराक्रम की चर्चा होगी, तो उसके सबसे प्रमुख अध्याय आप और आपके साथी होंगे।’’
उन्होंने संघर्ष के दौरान पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में नागरिक विमानों की आड़ लेने के लिए पड़ोसी देश की आलोचना की, जबकि नागरिक विमानों को नुकसान पहुंचाए बिना दुश्मनों पर हमला करने के लिए भारतीय सेना की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए दुश्मन ने इस एयरबेस के साथ-साथ, हमारे अनेक एयरबेस पर हमला करने की कई बार कोशिश की। बार-बार उसने हमें टारगेट किया, लेकिन उसके नापाक इरादे हर बार नाकाम हो गए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब हमारी फौजें ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल’ की धमकी की हवा निकाल देती हैं, तो आकाश से पाताल तक, एक ही बात गूंजती है ‘भारत माता की जय’।’’
मोदी ने कहा, ‘‘ भारत ने अब तीन सूत्र तय कर दिए हैं, पहला- देश पर आतंकी हमला हुआ, तो हम अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर, अपने समय पर जवाब देंगे। दूसरा- कोई भी ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल’ भारत नहीं सहेगा। तीसरा – हम आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं मानेंगे। दुनिया भी भारत के इस नए रूप को, इस नयी व्यवस्था को समझते हुए ही आगे बढ़ रही है।’’
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की गुहार के बाद भारत ने सिर्फ अपनी सैन्य कार्रवाई को स्थगित किया है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर पाकिस्तान ने फिर से आतंकी गतिविधि या सैन्य दुस्साहस दिखाया, तो हम उसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। ये जवाब, अपनी शर्तों पर, अपने तरीके से देंगे।’’
उन्होंने कहा कि भारत की पारंपरिक वायु रक्षा प्रणाली को आकाश मिसाइल और एस-400 जैसे आधुनिक रक्षा उपकरण ने अभूतपूर्व मज़बूती दी है और एक मजबूत सुरक्षा कवच भारत की पहचान बन चुकी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का एक-एक क्षण भारत की सेनाओं के सामर्थ्य की गवाही देता है और इस दौरान देश की सेनाओं का समन्वय वाकई में शानदार था।
आदमपुर, देश का दूसरा सबसे बड़ा एयरबेस है और यहां राफेल और मिग-29 स्क्वाड्रन हैं। इस वायुसेना अड्डे ने पाकिस्तान के साथ 1965 और 1971 के युद्ध में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।